नई दिल्ली। सेल्फी लेने का जुनून कई बार जानलेवा साबित होता है और देश-विदेश में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जहां सेल्फी लेते समय लोग हादसे का शिकार होकर दुनिया से विदा हो गए। इस समस्या से निपटने के लिए एक नया ऐप लाया गया है जो लोगों को खुद की तस्वीरें लेते समय आसपास मौजूद खतरे के प्रति सतर्क करेगा।
इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फॅर्मेशन टेक्नोलॉजी-दिल्ली (आईआईआईटी-दिल्ली) के शोधकर्ताओं ने ‘सेफ्टी’ नाम का यह ऐप विकसित किया है। शोधकर्ताओं ने संस्थान में पढ़ाने वाले प्रोफेसर पी कुमारगुरु के नेतृत्व में यह ऐप तैयार किया है।
यह ऐप सेल्फी से जुड़ी मौतें कम करने की एक कोशिश है। कैमरा जो तस्वीर देख रहा होता है, उसका रियल टाइम ऐनेलिसिस करता है और अगर कोई दृश्य खतरनाक लगता है तो वह उपयोगकर्ता को सतर्क कर देता है। ऐप डीप लर्निंग टेक्नीक का इस्तेमाल कर ऐसा करता है।
प्रोफेसर कुमारगुरु ने कहा कि यह ऐप मोबाइल (इंटरनेट) डेटा के बंद होने पर भी काम करेगा। उन्होंने बताया कि उदाहरण के तौर पर, सेल्फी लेते समय अगर आप रेलवे की पटरी के पास हैं, किसी जलाशय के पास हैं या आपके पीछे कोई जानवर है तो आपको एक नोटिफिकेशन मिलेगा कि आप असुरक्षित जगह पर हैं। (भाषा)