वॉशिंगटन। वैज्ञानिकों ने फेसबुक और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर फर्जी खबरों पर नजर रखने के लिए एक वेब आधारित सॉफ्टवेयर विकसित किया है।
अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ मिशीगन के अनुसंधानकर्ताओं द्वारा विकसित यह टूल 'इफ्फी कोशेंट' नाम के प्लेटफॉर्म हेल्थ मेट्रिक का इस्तेमाल करता है, जो 2 बाहरी निकायों 'न्यूजव्हिप' और 'मीडिया बायस/फैक्ट चैकर' के माध्यम से इस काम को अंजाम देता है।
न्यूजव्हिप एक सोशल मीडिया ट्रैकिंग कंपनी है, जो हर रोज हजारों साइटों से यूआरएल एकत्रित करती है और फिर फेसबुक तथा ट्विटर से जुड़ी इन साइटों से सूचना एकत्रित करती है। इफ्फी कोशेंट दोनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर 5,000 सबसे शीर्ष लोकप्रिय यूआरएल के लिए न्यूजव्हिप से जानकारी हासिल करता है।
इसके बाद यह सॉफ्टवेयर पता लगाता है कि ये डोमेन स्वतंत्र वेबसाइट मीडिया बायस/फैक्ट चेक द्वारा चिह्नित किए गए हैं या नहीं? मीडिया बायस/फैक्ट चैक कई स्रोतों की विश्वसनीयता और उनकी तटस्थता के आधार पर उनका वर्गीकरण करती है। (भाषा)