जियो के सस्ते फोन के ऐलान के बाद टेलीकॉम कंपनियों में खलबली मच गई है। वे जियो के मुकाबले के लिए तैयार हो रही हैं और इसका फायदा सीधे ग्राहकों को मिलने वाला है। आइडिया और एयरटेल जियो को टक्कर देते नजर आएंगी। आइडिया और वोडाफोन भी एक होने वाले हैं। वोडाफोन-आइडिया के मर्जर को सीसीआई की हरी झंडी मिल गई है। इस विलय के बाद वोडाफोन-आइडिया देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम बनेगी।
वोडाफोन का नई कंपनी में 45 फीसदी हिस्सा होगा, जबकि नई कंपनी में आइडिया की 26 फीसदी हिस्सेदारी होगी। जियो के मुफ्त ऑफर सामना कर रही दूरसंचार सेक्टर को सरकार ने राहत देने का फैसला किया है। खबरों के मुताबिक दूरसंचार विभाग को 16 साल किस्तों को चुकाने के लिए मिले हैं। इसके अलावा ब्याज दरों में कटौती और पीएलआर को एमसीएलआर में भी बदलने का विचार किया जा रहा है।
कंपनियों के लाभ का फायदा उपभोक्ताओं को : इंटरक्नेक्ट यूजर चार्ज पर ट्राई अपना आखिरी फैसला देगा। अगर यह समय बढ़ाया गया तो दूरसंचार कंपनियों नकदी में वृद्धि हो सकती है। इसके अलावा मंत्री समूह स्पेक्ट्रम किश्तों में भुगतान किया जाना है, पर ब्याज दर कम करने पर विचार कर रहा है। इस समय यह 12 प्रतिशत ब्याज दर है, जो 8 प्रतिशत किया जा सकता है पर है। यदि ऐसा होता है तो कंपनियों को 20,000 करोड़ रुपए के लाभ होगा।