हममें से अधिकांश लोग एटीएम और क्रेडिट कार्ड का प्रयोग नकदी निकालने या शॉपिंग के लिए करते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि इन कार्डों के और भी कई फायदे हैं।
कई बैंक ऐसे ऑफर लाते हैं जिनमें डेबिट कार्ड के साथ दुर्घटना बीमा कवर दिया जाता है। यह बीमा 25 हजार से लेकर 10 लाख रुपए तक हो सकता है। आप बैंकों से इन कार्डों पर मिलने वाले दुर्घटना बीमा के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
क्या है प्रक्रिया और कैसे मिलता है फायदा : बैंक में खाता खोलने के बाद जैसे ही आपको डेबिट या क्रेडिट कार्ड मिलता है, बीमा पॉलिसी लागू हो जाती है। इसमें बीमा कंपनियों और बैंक के बीच करार होता है ताकि कार्ड धारक की मृत्यु होने या स्थायी तौर पर विकलांग होने की स्थिति में उसके परिवार को सहायता मिल सके। इसमें आंशिक या स्थायी विकलांगता से लेकर मृत्यु होने तक अलग-अलग प्रावधान होते हैं।
बीमा वाले कार्डधारक या ग्राहक की किसी दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है तो उसके परिवार के सदस्य 2 महीने से लेकर 5 महीने के भीतर बैंक की उस बैंक की ब्रांच में जाना होगा, जहां बीमित व्यक्ति का खाता था, वहां मुआवजे को लेकर आवेदन देना होगा।
मुआवजा देने से पहले बैंक ये देखेंगे कि मौत से पहले पिछले 45 दिनों के भीतर उस कार्ड से किसी तरह का वित्तीय लेन-देन हुआ था या नहीं। इस दौरान वित्तीय लेन-देन होना आवश्यक है।
अपनाएं ये प्रक्रिया
मुआवजा लेने के लिए नियमों की जानकारी आवश्यक है। दुर्घटना होने की स्थिति में सबसे पहले पुलिस को इसकी जानकारी दें।
अस्पताल में भर्ती होने पर सभी मेडिकल रिपोर्ट भी पेश करनी पड़ती है।
दुर्घटना से प्रभावित व्यक्ति के सभी संबंधित दस्तावेज तैयार रखें।
बीमित व्यक्ति की मृत्यु की स्थिति में पोस्टमार्टम रिपोर्ट, पुलिस रिपोर्ट, मृत्यु प्रमाण-पत्र और मृतक का वैध ड्राइविंग लाइसेंस होना चाहिए।