बीएसएनएल सौदे में देरी के विरोध में बीएसएनएल के कर्मचारियों ने 11 जुलाई को एक दिन की हड़ताल की थी। दूरसंचार मंत्री ए. राजा ने बीएसएनएल से इस टेंडर पर पुनर्विचार करने को कहा था।
उनका कहना था कि बोली की राशि ज्यादा है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार संचार मंत्री ने बीएसएनएल से निविदा से 3जी को छोड़ देने को कहा था, क्योंकि सरकार की 3जी के बारे में अभी कोई नीति नहीं है।
सूत्रों का कहना है कि यदि निविदा में 3जी को छोड़ दिया जाता है और नई प्रक्रिया शुरू होती है तो मोटोरोला इसमें फिर से शामिल हो सकती है।
उधर बीएसएनएल कर्मचारियों के ज्वांइट फोरम ने चेतावनी दे रखी है कि यदि टेंडर के बारे में 14 दिन के भीतर फैसला नहीं हुआ तो कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएँगे।
फोरम का कहना है कि जीएसएम लाइनों के लिए उपकरणों की खरीद में देरी से कंपनी को भारी नुकसान हो रहा है और वह प्रतिद्वंद्वी निजी कंपनियों से पिछड़ने लगी है।