Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia

आज के शुभ मुहूर्त

(चतुर्दशी तिथि)
  • तिथि- माघ शुक्ल चतुर्दशी
  • शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
  • व्रत/मुहूर्त-रामचरण प्रभु ज., पं. दीनदयाल उपाध्याय पुण्य., चतुर्दशी व्रत
  • राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
webdunia

संयम और तप

Advertiesment
हमें फॉलो करें संयम और तप
WDWD
तमाहु लोए पडिबुद्ध जीवी।
सो जीयइ संजम जीविएण॥

इस लोक में सदा जागने वाला वही है, जो संयमी जीवन बिताता है।

तहेव हिंसं अलियं चोज्जं अबम्भसेवणं।
इच्छाकामं च लोभं च संजओ परिवज्जए॥
महावीरजी कहते हैं जो पुरुष संयमी हो उसे इन चीजों को छोड़ना पड़ता है- हिंसा, झूठ, चोरी, व्यभिचार, भोग की लिप्सा और लोभ।

तप :

तवो य दुविहो वुत्तो बाहिरब्भन्तरो तहा।
बाहिरो छव्विहो वुत्तो एवमब्भन्तरो तवो॥

तप दो तरह का होता है- 1. बाहरी और 2. भीतरी। बाहरी तप 6 तरह का है, भीतरी तप भी 6 तरह का ही होता है।

अणसणमूणोयरिया भिक्खायरिया य रसपरिच्चाओ।
कायकिलेसो संलीणया य बज्झो तवो होई॥
अनशन, ऊनोदरिका, भिक्षाचरी, रसपरित्याग, कायक्लेश और संलीनता बाहरी तप हैं।

पायच्छित्तं विणओ वेयावच्चं तहेव सज्झाओ।
झाणं उस्सग्गो वि य अब्भिंतरो तवो होई॥
प्रायश्चित, विनय, वैयावृत्य- देव, गुरु और धर्म की सेवा, स्वाध्याय, ध्यान और व्युत्सर्ग- आत्मभाव में रमना भीतरी तप है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi