Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia

आज के शुभ मुहूर्त

(कार्तिक पूर्णिमा)
  • तिथि- कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा
  • शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
  • व्रत/मुहूर्त-कार्तिक पूर्णिमा/देव दीपावली/कार्तिक स्नान पूर्ण/भद्रा
  • राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
webdunia
Advertiesment

क्षमा भाव पर क्या कहते हैं विद्वान, पढ़ें 33 अनमोल वचन

हमें फॉलो करें क्षमा भाव पर क्या कहते हैं विद्वान, पढ़ें 33 अनमोल वचन
Kshama Quotes
 
भगवान महावीर के अनुसार 'क्षमा वीरों का आभूषण है'। क्षमा मांगने से अहंकार ढलता और गलता है, तो क्षमा करने से सुसंस्कार पलता और चलता है। पर्युषण पर्व आदान-प्रदान का पर्व है अत: पयुर्षण पर्व के अंतिम दिन बड़े-छोटे, अमीर-गरीब सभी एक-दूसरे से क्षमा मांग कर, अपने मन से राग-द्वेष, अहंकार, भाव मिटाकर एक नए रिश्ते की शुरुआत करते है। क्षमा, पवित्रता का प्रवाह है। सही ही कहा जाता है कि क्षमा बराबर तप नहीं। 
 
क्षमा का धर्म आधार होता है। क्रोध सदैव ही सभी के लिए अहितकारी है और क्षमा सदा, सर्वत्र सभी के लिए हितकारी होती है। वैदिक ग्रंथों में भी क्षमा की श्रेष्ठता पर बल दिया गया है। क्षमा शीलवान का शस्त्र और अहिंसक का अस्त्र है। क्षमा, प्रेम का परिधान है। क्षमा, विश्वास का विधान है। क्षमा, सृजन का सम्मान है। क्षमा, नफरत का निदान है। पाठकों के लिए प्रस्तुत हैं क्षमा पर 33 अमूल्य विचार- 
 
क्षमा पर अनमोल वचन
 
* क्षमा को धारण करने वाला समस्त जीवों के प्रति मैत्रीभाव को दर्शाता है। - जैन धर्म
 
* जिन्होंने तुम्हारा अपमान किया, तुम्हें छोटा समझा, तुम्हारा महत्व नहीं समझा, उन्हें क्षमा कर दो। लेकिन इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण ये है कि अपने आपको क्षमा कर दो कि तुमने उन सब लोगों को ऐसा करने दिया। -अज्ञात
 
* जीवन कभी भी आसान और क्षमाशील नहीं होता, हम ही समय के साथ मजबूत और लचीले हो जाते हैं। -स्टीव मराबोली

 
* एक लंबे और सुखदायक जीवन का रहस्य यह है कि हम रात में सोने से पहले हर किसी को हर किसी बात के लिए क्षमा कर दें। -अन्न लैंडरस
 
* जब आप उन लोगों को जिन्होंने आपको ठेस पहुंचाई हो, याद करके उनके भी भले की कामना कर पाएं, वहीं से क्षमा का प्रारंभ होता है। -लेविस स्मेदेस
 
* मैं संपूर्ण नहीं हूं, मैं भी गलतियां करता हूं, लोगों को ठेस पहुंचाता हूं, लेकिन जब मैं किसी से क्षमा मांगता हूं तो दिल से मांगता हूं।-अज्ञात

 
* क्षमावानों के लिए यह लोक है। क्षमावानों के लिए ही परलोक है। क्षमाशील पुरुष इस जगत में सम्मान और परलोक में उत्तम गति पाते हैं। 
-वेदव्यास
 
* क्षमा से बढ़कर और किसी भी बात में पाप को पुण्य बनाने की शक्ति नहीं है। -जयशंकर प्रसाद
 
* क्षमा दंड से अधिक पुरुषोचित है। -महात्मा गांधी
 
* अगर दान को सर्वश्रेष्ठ बनाना है, तो क्षमादान करना सीखो। -चार्ल्स बक्सन

 
* इस जगत में क्षमा वशीकरण रूप है। भला क्षमा से क्या नहीं सिद्ध होता? जिसके हाथ में शांतिरूपी तलवार है, उसका दुष्ट पुरुष भी कुछ नहीं बिगाड़ सकते। -विदुर नीति
 
* क्षमा कर देना दुश्मन पर विजय पा लेने के बराबर है। -हजरत अली
 
* जो क्षमा करता है और पुरानी, बीती बातों को भूल जाता है, उसे ईश्वर की ओर से पुरस्कार मिलता है। -कुरान
 
* जिसके मन में पश्चाताप का भाव न हो, उसे क्षमा कर देना पानी पर लकीर खींचने की तरह निरर्थक है। -जापानी लोकोक्ति

 
* अगर हर एक चीज में कुछ क्षमा करने को है, तो कुछ निंदा करने को भी है।-फ्रेडरिक नीतजे
 
* जो मानव/मनुष्य नारी को क्षमा नहीं कर सकता, उसे उसके महान गुणों का उपयोग करने का अवसर कभी प्राप्त न होगा। -खलील जिब्रान
 
* क्षमा पर मनुष्य का अधिकार है, वह पशु के पास नहीं मिलती। -जयशंकर प्रसाद
 
* किसी को माफ या क्षमा करने का मतलब किसी कैदी को आजाद करना है और ये जानना है कि आप ही वो कैदी थे। -लुईस बी. स्मेडेस

 
* समझने का अर्थ है क्षमा कर देना, खुद को भी और औरों को भी। -एलेक्जेंडर चेज
 
* अपने दुश्मनों को हमेशा माफ कर दीजिए। उन्हें इससे अधिक और कुछ नहीं परेशान कर सकता। -ऑस्कर वाइल्ड
 
* माफ करना बहादुरों का गुण है। -इंदिरा गांधी
 
* बदला लेने के बाद दुश्मन को क्षमा कर देना कहीं अधिक आसान होता है। -ओलिन मिलर
 
* त्रुटि करना मानवीय है और क्षमा करना ईश्वरीय। -एलेक्जेंडर पोप

 
* बिना क्षमा के कोई भविष्य नहीं है। -देस्मोंड टूटू
 
* क्षमा प्रेम का अंतिम रूप है। -रीन्होल्ड नेबर
 
* क्षमा विश्वास की तरह है। इसे आपको जीवित रखना होता है। -मैसन कूली
 
* दूसरों की गलतियों के लिए क्षमा करना बहुत आसान है, उन्हें अपनी गलतियां देखने पर क्षमा करने के लिए कहीं अधिक साहस की आवश्यकता होती है। -जेस्सिमिन वेस्ट
 
* धन्यवाद ईश्वर, इस अच्छे जीवन के लिए और यदि हम इससे इतना प्रेम न करें तो हमें क्षमा कर दीजिएगा। -गैरीसन कील्लोर

 
* ऐसा क्यूं है कि जिस व्यक्ति को हम नाममात्र के लिए जानते हैं, उसे क्षमा करना बहुत आसान होता है और जिस व्यक्ति से हम ढंग से परिचित होते हैं उसे क्षमा/ माफ करना मुश्किल होता है। -अज्ञात
 
* क्षमा वो उपकार नहीं है, जो हम दूसरों पर करते हैं बल्कि ये उपकार हम अपने लिए करते हैं। क्षमा करो, भूल जाओ और आगे बढ़ो। -अज्ञात
 
* अपने आपको क्षमा कर देना साहस का सर्वोच्च कार्य है। उन सब कार्यों के लिए, जो मैं नहीं कर सकता था लेकिन मैंने किया। -अज्ञात

 
* हम में से अधिकतर लोग क्षमा कर देते हैं और भूल भी जाते हैं। हम सिर्फ इतना चाहते हैं कि दूसरा व्यक्ति ये न भूले कि हमने उसे क्षमा किया है। -इवेर्ण बल
 
* किसी भी व्यक्ति को उसके और अपने विचार में नीचा दिखाए बिना क्षमा कर देना एक बहुत ही संवेदनशील कार्य है। -हनेरी व्हीलर शो

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

Weekly Rashifal 2021: इस हफ्ते क्या कहते हैं आपके सितारे, पढ़ें साप्ताहिक राशिफल (20-26 सितंबर 2021)