विश्व की अद्वितीय रचना नैनोद में बनेगी
ढाई द्वीप जिनायतन का भूमिपूजन
गोम्मटगिरि तीर्थक्षेत्र के समीप ग्राम नैनोद में करोड़ों की लागत से बनने जा रहे विश्व की अद्वितीय रचना ढाई द्वीप जिनायतन (जैन मंदिर) का रविवार को भव्य समारोह के साथ भूमिपूजन हुआ। यहाँ गुरुदेव कानजी स्वामी की 19 फुट ऊँची प्रतिमा भी लगाई जाएगी। इसके पूर्व विशाल स्वर्ण रथयात्रा भी निकाली गई।
यह तीर्थधाम समग्र जैन समाज की एकता को कायम रखने के लिए एक सशक्त केंद्र का कार्य करेगा। गुरुदेव ने भगवान देखो और भगवान बनाने का मार्ग बताया है। उसी मार्ग का प्रचार-प्रसार करने के लिए ही इस जिनायतन की रचना की जा रही है। इस संकल्प का शिलालेख भी यहाँ रीति-नीति के अनुरूप लगाया जाएगा।
मुख्य अतिथि ने कहा कि जैन भूगोल के हिसाब से बनाई जा रही विश्व की यह अद्वितीय रचना सांस्कृतिक समन्वय का प्रमुख केंद्र तो बनेगा ही, साथ ही जैन भूगोल व शोधकर्ताओं के लिए भी विशेष उपयोगी होगा। इससे न केवल गोम्मटगिरि तीर्थक्षेत्र को बल मिलेगा, अपितु समस्त दिगंबर जैन समाज में भी एकता स्थापित होगी।