जम्मू। LOC पार कर ताजा घुसे आतंकियों ने गुरुवार को जम्मू मंडल के राजौरी में उड़ी प्रकरण दोहराने की कोशिश की। सेना के सतर्क जवानों ने इस कोशिश को नाकाम बनाते हुए 2 फिदायीनों को ढेर कर दिया। इस कामयाबी के लिए सेना के 3 जवानों को शहादत देनी पड़ी जबकि दो गंभीर रूप से जख्मी हैं।
एडीजीपी जम्मू मुकेश सिंह ने सैन्य शिविर पर आतंकी हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि जिला राजौरी से 25 किलोमीटर दूर एलओसी से सटे दरहाल सेक्टर के परगाल इलाके में स्थित सैन्य शिविर की हद में रात के अंधेरे में प्रवेश करते ही जवानों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। इस हमले में 5 जवान गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायल जवानों को मुठभेड़ स्थल से सुरक्षित निकालते हुए अन्य जवानों ने आतंकवादियों पर जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। दोनों आतंकवादियों को वहीं ढेर कर दिया गया। इस बीच घायल जवानों को अस्पताल पहुंचाया गया परंतु डाक्टरों ने 3 जवानों को शहीद घोषित कर दिया जबकि दो अन्य घायल जवानों का इलाज चल रहा है।
सुरक्षाधिकारियों का कहना है कि आतंकवादियों का यह आतमघाती हमला था। इलाके में और आतंकवादी भी मौजूद हो सकते हैं। इसी आशंका के चलते सेना और एसओजी के जवानों ने सैन्य शिविर के आसपास के इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है। मारे गए आतंकवादी जम्मू कश्मीर से हैं या पाकिस्तान से इसका पता लगाया जा रहा है। एलओसी के आसपास के इलाकों में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है और गश्त भी बढ़ा दी गई है।
जानकारी के लिए वर्ष 2016 के अक्तूबर महीने में जम्मू कश्मीर के उड़ी में जैश ए मोहम्मद के चार आतंकियों ने आर्मी हेडक्वार्टर पर हमला किया था। हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे। जबकि करीब 30 जवान घायल हुए थे। हालांकि जवाबी कार्रवाई में चारों आतंकियों को मार गिराया गया था। वहीं, भारत ने भी पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। इस दौरान आतंकी लॉन्च पैड तबाह किए थे।