कान्हा के जन्मदिन को पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार 23 और 24 अगस्त 2019 को अष्टमी तिथि व रोहिणी नक्षत्र से युक्त अत्यंत पुण्यकारक जयंती योग में जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है। वैष्णव संप्रदाय के लोग कृष्णाष्टमी 24 अगस्त दिन शनिवार को उदया तिथि अष्टमी एवं रोहिणी नक्षत्र से युक्त सर्वार्थ अमृत सिद्धियोग में पर्व मनाएंगे।
जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण को विशेष प्रसाद से प्रसन्न किया जा सकता है।
भगवान श्रीकृष्ण को सफेद मिठाई, साबुदाने अथवा चावल की खीर यथाशक्ति मेवे डालकर बनाकर उसका भोग लगा सकते हैं।
उसमें चीनी की जगह मिश्री डालें एवं तुलसी के पत्ते भी अवश्य डालें। इससे भगवान श्री कृष्ण की कृपा से ऐश्वर्य प्राप्ति के योग बनते हैं।
माखन, पंजीरी, लड्डू, इमरती, मोहन भोग, सोहन हलवा, पंचामृत, घेवर, ड्रायफ्रूट हलवा और खोपरापाक का भोग लगाएं। ये भोग मात्र 10 से लेकर 21 रुपए में तक में प्रसाद योग्य आसानी से उपलब्ध हो सकते हैं।
कृष्ण जन्माष्टमी पूजा का शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त : दोपहर 12:04 से 12 :55 बजे तक
जन्माष्टमी निशिथ पूजा का समय : मध्य रात्रि 12:09 से 12: 47 बजे तक
निशिथ पूजा शुभ मुहूर्त की अवधि : 38 मिनट