झारखंड में शुक्रवार को पांचवें और अंतिम चरण का मतदान हो गया। मतगणना 23 दिसंबर को होगी, लेकिन एग्जिट पोल के अनुमान के मुताबिक राज्य में भाजपा को झटका लग सकता है। इन चुनावों में झामुमो और कांग्रेस गठबंधन मजबूत नजर आ रहा है। विभिन्न एक्जिट पोल्स के अनुमानों के अनुसार भाजपा बहुमत से दूर दिखाई देती नजर आ रही है।
81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए 5 चरणों में 30 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच चुनाव हुए। झारखंड चुनाव प्रचार में खराब अर्थव्यवस्था से लेकर आर्टिकल 370 हटाने, अयोध्या विवाद में सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले जैसे राष्ट्रीय मुद्दे भी छाए रहे। अब यह तो 23 दिसंबर को स्पष्ट होगा कि इन मुद्दों का फायदा किस पार्टी को मिलता है।
एग्जिट पोल के मुताबिक राज्य में भाजपा की राह आसान नजर नहीं आ रही है, जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और कांग्रेस गठबंधन को बढ़त मिलती दिखाई दे रही है। किसी भी एग्जिट पोल में भाजपा बहुमत के करीब नहीं दिखाई दे रही है।
सी वोटर-एबीपी एग्जिट पोल के अनुसार जेएमएम के नेतृत्व वाले गठबंधन को 35 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि भाजपा को 32 सीटें मिल सकती हैं। 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 41 है।
इंडिया टुडे एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक झारखंड में जेएमएम-कांग्रेस की सरकार बनने का अनुमान है। एक्सिस माय इंडिया के अनुसार बीजेपी को 22-32, जेएमएम+ को 38-50, जेवीएम को 2-4, आजसू को 2-4 और अन्य को 7-12 सीटें मिल सकती हैं। टाइम्स नाउ के एग्जिट पोल के अनुसार झारखंड में भाजपा को 28 सीटें मिलने का अनुमान है जबकि कांग्रेस, जेएमएम और आरजेडी गठबंधन को 44 सीटें मिलती दिख रही हैं।
2014 के पिछले झारखंड विधानसभा चुनाव परिणामों की बात करें तो कुल 81 सीटों में से भाजपा ने 37 पर जीत ( 31.3 प्रतिशत वोट शेयर) हासिल की थी। आजसू ने 3.7 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 5 सीटें जीती थीं। झारखंड मुक्ति मोर्चा का वोट शेयर 20.4 प्रतिशत था और पार्टी की झोली में 19 सीटें आई थीं। बाबूलाल मरांडी के झारखंड विकास मोर्चा ने करीब 10 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 8 सीटों पर जीत हासिल की थी।