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नववर्ष में छाया रहेगा युवा नेतृत्व

- अमितांशु पाठक

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काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सदस्य और काशी हिंदू विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभाग में एसोसिएट प्रो. पं. चन्द्रमौली उपाध्याय की नजरों में 2010।

* सोनिया और राहुल का मानवर्धन होगा।

* सोनिया और राहुल द्वारा राष्ट्रहित में कोई बड़ा निर्णय लिया जा सकता है।

* प्रियंका की अप्रत्यक्ष मौजूदगी हमेशा बनी रहेगी।

* देश में युवा नेतृत्व का बोल-बाला रहेगा।

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* गाँधी परिवार के कुछ 'विशेष चाटुकारों' को तगड़ा झटका लगेगा और उन्हें दरकिनार किया जाएगा।

* सुषमा स्वराज को संघर्ष करना पड़ेगा। इनका समय अच्छा रहेगा मान-सम्मान में वृद्धि होगी। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में उनके यश में वृद्धि होगी।

* नितिन गडकरी और सुषमा की कई जगह सहमति नहीं बनेगी फिर भी दोनों के संबंध सामान्य रहेंगे।

* नितिन गडकरी के लिए यह वर्ष कोई बहुत अच्छा नहीं है। पार्टी में नाराजगी, कांटों भरा ताज मिला है। परेशानी का सामना करना पड़ेगा। नरेंद्र मोदी को यश और प्रतिष्ठा मिलेगी। राजनीतिक तौर पर अपयश भी मिल सकता है।

* नीतीश के लिए यह वर्ष अत्यंत संघर्षपूर्ण रहेगा। पहले के तीन वर्षों की अपेक्षा कहीं ज्यादा संघर्षपूर्ण समय रहेगा लेकिन अपनी बुद्धि- कौशल की वजह से तमाम परेशानियों से निकल तो जाएँगे लेकिन सहज रह पाना मुश्किल होगा।

* मुलायम सिंह यादव का आने वाला समय काफी हद तक अच्छा है। राजनीतिक प्रभाव बढ़ेगा। ऐसी स्थिति उत्पन्न होगी कि मुलायम सिंह अपने को प्रतिष्ठित कर ले जाएँगे। उनका राजनीतिक भविष्य बेहतर रहेगा।

* उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती का भी और राजनीतिज्ञों की ही भांति वर्ष 2010 की मई तक का समय उथल-पुथल भरा और राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण समय रहेगा। उन्हें कानून-व्यवस्था संबंधी कई महत्वपूर्ण निर्णय लेने पड़ सकते हैं। निकटस्थ व्यक्तियों में कुछ का फेरबदल भी संभव है। आम तौर पर वर्ष 2010 मायावती के लिए सामान्य वर्ष है।

* राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का प्रदर्शन पहले से बेहतर होगा। कोई बहुत बड़ा आश्चर्यजनक बदलाव नहीं दिखता लेकिन परिणाम पहले की अपेक्षा निश्चित ही बेहतर होंगे।

* ऐसी भविष्यवाणियाँ अंशतः सही होती हैं। ग्रहों और गोचर की पल-पल बदलती स्थिति और मनुष्य पर पड़ने वाले उसके प्रभाव की गणना और अध्ययन शाश्वत और निरंतर चली आ रही प्रक्रिया है जो पहले से ही चली आ रही है, अभी भी चल रही है और सृष्टि के रहने तक अबाध रूप से चलती रहेगी।

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