इंदौर:खेलो इंडिया युवा खेलों के दौरान लड़कों के 61 किलोग्राम भार वर्ग में मंगलवार को कांस्य पदक जीतने वाले महाराष्ट्र के भारोत्तोलक शुभम विजय कालभोर अपनी इस कामयाबी पर खुश हैं।कालभोर ने खेलो इंडिया युवा खेलों में स्नैच और क्लीन एंड जर्क मिलाकर कुल 240 किलोग्राम वजन उठाया और तीसरे स्थान पर रहे।
उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा,मैंने अपने बेहतरीन प्रदर्शन की कोशिश की। मैं अगर थोड़ा वजन और उठा लेता, तो रजत पदक जीत सकता था। अगली बार मैं बेहतर तैयारी के साथ खेलूंगा।
कालभोर ने बताया कि उनका परिवार महाराष्ट्र के पुणे के पास ग्रामीण इलाके में खेती करता है और सब्जियां उगा कर बेचता है। उन्होंने कहा,मैं पहले किक बॉक्सिंग खेलता था। मेरे चाचा ने मुझे भारोत्तोलन के लिए प्रेरित किया।
कालभोर ने कहा कि उन्होंने दो साल तक अपने गांव में ही भारोत्तोलन का प्रशिक्षण लिया और बाद में एक सरकारी प्रशिक्षण केंद्र में खेल के गुर सीखे।
खेलो इंडिया युवा खेलों में महाराष्ट्र के इस नौजवान खिलाड़ी का हौसला बढ़ाने उनके दादा तुकाराम मारुति कालभोर भी इंदौर पहुंचे थे।कालभोर की कामयाबी को लेकर प्रतिक्रिया मांगे जाने पर उनके गदगद दादा ने कहा,आप हमारे चेहरे की हंसी देखिए। हम सब बहुत खुश हैं। शुभम हमारे पूरे परिवार का पहला खिलाड़ी है जो इस मुकाम पर पहुंचा है।
खेलो इंडिया युवा खेलों में लड़कों के 61 किलोग्राम भार वर्ग में अरुणाचल प्रदेश के शंकर लापुंग ने स्नैच और क्लीन एंड जर्क मिलाकर कुल 248 किलोग्राम वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता, जबकि असम के सिद्धांता गोगोई ने कुल 243 किलोग्राम वजन उठाकर रजत पदक अपने नाम किया।(भाषा)