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कहने का ढंग

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NDND
मेरे नन्हे दोस्तो, कई बार आपको भी लगा होगा कि मम्मी से मैंने इस चीज के लिए कहा तो या तो उन्होंने टाल दिया या लाकर नहीं दी। कोई संतोषजनक जवाब भी नहीं मिला। क्या कभी आपने सोचा है कि ऐसा क्यों हुआ? क्योंकि कहीं न कहीं अपने कहने के ढंग में कुछ कभी रह गई होगी।

यदि वह तरीका सही होता, बात को हमने सही ढंग से उनके सामने रखा होता तो शायद वह चीज हमें मिल जाती या नहीं भी मिलती तो हमें एक अच्छा सा जवाब मिल जाता कि वह हमें क्यों नहीं दिलाना चाहते।

कक्षा में किसी बुद्धिमान छात्र से हमारे दोस्त ने कुछ पूछा तो उसने हँस कर उसकी मदद कर दी जबकि हम गए तो टरका दिया। दोस्त तो वह हमारा भी था और उसका भी था। फिर क्यों भेदभाव किया उसने दोनों में। आज मैं तुम्हें एक छोटी सी कहानी के माध्यम से बताऊँगा कि किसी बात को कहने के ढंग से कितना फर्क पड़ता है।

  वह आदमी बोला मैंने लिखा- यह कितना सुंदर दिन है और मैं देख नहीं सकता हूँ। आप मदद करें तो मेरा जीवन भी सुंदर हो सकता है। तो सिर्फ हमारे कहने का ढंग बात को और अच्छा बना सकता है।      
एक अंधा भिखारी गली के मुहाने पर बैठा भीख माँग रहा था। उसने एक बोर्ड लगा रखा था जिस पर लिखा था-'मैं अंधा हूँ, मुझ पर कृपा कीजिए।' दया दिखाते हुए कुछ लोगों ने भिखारी को सिक्के दिए। तभी उधर से एक आदमी गुजरा। उसने भिखारी से बात की। उसे कुछ पैसे भी दिए।

फिर उसने अपने जेब से मार्कर निकाला और भिखारी ने जो बोर्ड लगा रखा था उस पर नया कुछ लिख दिया। उसने भिखारी से कहा कि मैंने तुम्हारे बोर्ड को थोड़ा बदल दिया है, हो सकता है इससे तुम्हारी कुछ मदद हो जाए। यह कहकर वह आदमी चला गया। कुछ ही देर में भिखारी की किस्मत चमक गई। अब जो भी उधर से गुजरता उसे कुछ न कुछ जरूर देकर जाता था।

दो घंटों में ही उसके पास काफी रुपए इकट्ठे हो गए। दोपहर में वही आदमी अपना काम करके वापस उधर से निकला और उसने भिखारी से पूछा- अब कैसे हो? भिखारी ने कहा- आपने तो कमाल कर दिया। आज तो मुझे बहुत रुपए मिले हैं। आखिर आपने ऐसा क्या लिख दिया।

वह आदमी बोला मैंने लिखा- यह कितना सुंदर दिन है और मैं देख नहीं सकता हूँ। आप मदद करें तो मेरा जीवन भी सुंदर हो सकता है। तो सिर्फ हमारे कहने का ढंग बात को और अच्छा बना सकता है। इसलिए बात करने का लहजा अच्छा हो तो आधी मुश्किलें तो यूँ ही हल हो जाती है।

अब अगली बार अपनी कुछ भी माँग लेकर जाएँ तो इस बात का जरा ध्यान रखें फिर देखें कैसे जादू से आपके हिस्से में वह चीज आ जाती है।

तुम्हारा विशाल अंकल

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