बच्चों की दुनिया में गर्मी की छुट्टियों से ज्यादा रोचक और मजेदार कुछ भी नहीं। इन दिनों जो मन चाहे वह करो। कोई रोक-टोक नहीं। गाना सीखना हो, तो गाना सीखो। डांस करना हो, तो डांस करो। अपनी पसंद की फिल्में देखना हो तो भी कोई नहीं रोकेगा।
वैसे इन दिनों में कई तरह के काम किए जा सकते हैं। स्कूल की किताबों से अलग कुछ लिखना-पढ़ना भी किया जा सकता है। कोई भाषा सीखी जा सकती है या ऐसा ही कुछ भी अपनी रुचि का काम किया जा सकता है। इस बार आपको यही खास बात कहनी है कि गर्मी की छुट्टियाँ अपनी क्रिएटिविटी बढ़ाने का समय है। इन दिनों में मौज के साथ अपनी पसंद का काम किया जा सकता है और करना ही चाहिए।
गर्मी की छुट्टियों को गँवाना नहीं चाहिए बल्कि इनका जितना फायदा उठा सको, उठाना चाहिए। गर्मी के दिनों में खेलने-कूदने की कोई मनाही नहीं है पर दोपहर की धूप का ध्यान भी रखना। जब धूप रहे तो इनडोर गेम्स खेलना, पढ़ना-लिखना और शाम को मैदान में भागते-दौड़ते नजर आना। देर ना करना, ये छुट्टियाँ खर्च बड़ी जल्दी होती हैं।
- संपादक भैया