चिड़िया बोली चें चें चें चें
उठो बालकों सुबह हो गई
आसमान में अब हम पहुंचें ...1
तोता बोला टें टें टें टें
वृक्षों पर फल-फूल लदे हैं
खाने को क्यों ना हम झपटें ...2
कौआ बोला कांव-कांव
होशियार हूं सब पक्षी में
कर लेता मैं भाव-ताव ...3
कोयल बोली कुऊ कुऊऽ
मीठी बोली मेरी आदत
और कहो मैं क्या दूं तुमकु ...4
मोर बोला मि! आऽव
मैं सुन्दर राष्ट्रीय पक्षी हूं
करता सबका मन बहलाव ...5
उल्लू किससे क्या कुछ कहता
किसे पता? जब हम सोते
रात अंधेरी जागा करता ...6
कहे कबूतर गुटरूं गू
संदेश मैं पहुंचाता हूं
शांति हेतु उड़ान भरूं ...7