पान लाई मां कलकत्ते से, बापू कत्था पूना से। दादी पान लगाने बैठी, पटना वाले चूना से। अभी प्लेन से दिल्ली वाले, चाचाजी घर आए हैं। गोल सुपारी मीठी-मीठी, थैली भरकर लाए हैं। नागपुर से लौंग मसाला, मामा लेकर आएगा। अहा! पान में मजा आएगा, जो भी इसको खाएगा।