लहर-लहर लहराएगा।
भारत का हर देशभक्त,
वंदेमातरम् गाएगा।।
आन-मान-मर्यादा का,
हरदम शान बचाना होगा।
अपने देश के अंदर फिर से,
सच्चाई को लाना होगा।।
देश का सर्वोच्च सदस्य,
झंडे को फहराएगा।
अपमान न इसका होने पाए,
जन-जन की अभिलाषा है।
भारत का भविष्य सजाने वाले,
लोगों को तुमसे आशा है।।
मेरा देश एक दिन फिर से,
सोने की चिड़िया कहलाएगा।
दुश्मन को चकनाचूर करेंगे,
सरहद पर झंडा फहराएंगे।
भारत मां की रक्षा की खातिर,
तरकश से बाण चलाएंगे।।
आतंकवाद यहां नहीं चलेगा,
आतंकी को मार गिराएंगे।
जय हिन्द जय-जय भारत की,
गाथा तुम्हें सुनाएंगे।।
भारत मां की रक्षा की खातिर,