आ गई रंग जमाने फिर से
मस्ती वाली होली
सुबह-सुबह ही निकल पड़ी
मस्त बच्चों की टोली
चुन्ना के हाथों में थी पिचकारी
मुन्ना के हाथों में गुलाल
चिंटू पर चढ़ा था रंग नीला
तो पिंटू पर पूरा लाल
पिंकी बोल रही थी सबसे
तुम रंग लगाना कम
कोई नहीं पहचानेगा तो,
क्या करेंगे हम
- गिरीश पंड्या, उज्जैन