आखिर कहां गई भालू की पूंछ?
भालू और लोमड़ी की मजेदार कहानी
कभी भालू की चमकीली लंबी पूंछ हुआ करती थी, पर अब नहीं है। बेचारा भालू। किसी की बात में आकर काम करने से काम का बिगाड़ा ही होता है। अगर भालू लोमड़ी की बात में नहीं आता तो क्या यह होता भला।
इस बारे में जो कहानी है वह आज भी जर्मनी और उत्तरी अमेरिका में सुनाई जाती है। आओ हम भी सुनते हैं।
बहुत समय पहले भालू की लंबी एवं चमकदार पूंछ हुआ करती थी। भालू भाई को इस पर बड़ा गर्व था। वह सभी से पूछता था कि आज मेरी पूंछ कैसी लग रही है?