किसी नगर में एक ब्राह्मण रहता था। उसका नाम था ब्रह्मदत्त। एक बार उसे किसी दूसरे गांव में कोई काम आ पड़ा। वह चलने लगा तो उसकी मां ने कहा- बेटा अकेले न जाओ। किसी को साथ ले लो।
लड़के ने कहा- तुम इतना क्यों घबराती हो मां। इस रास्ते में कोई विघ्न-बाधा नहीं है। किसी को साथ लेने की क्या जरूरत है।