दूसरे देशों में चिकित्सीय सुविधाएं लेने के लिए जाने वाले यात्रियों को चिकित्सा संबंधी और रहने-खाने संबंधी तमाम सुविधाएं मुहैया कराने का काम मेडिकल टूरिज्म के अंतर्गत आता है। भारत में तीव्र गति से विकसित हो रही चिकित्सीय सुविधाओं की वजह से हाल के कुछ वर्षों में मेडिकल टूरिज्म के प्रति रूझान बढ़ा है। आज न सिर्फ निजी हेल्थकेयर सेंटर, बल्कि सरकार भी देश में मेडिकल टूरिज्म को और बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। यही वजह है कि इस क्षेत्र में पेशेवरों की मांग धीरे-धीरे बढ़ रही है।
विशेषज्ञों की राय जामिया मिलिया इस्लामिया में ट्रेवल एंड टूरिज्म कोर्स के प्रोफेसर जैदी का कहना है कि मेडिकल टूरिज्म हमारे यहां चल रहे ट्रेवल एंड टूरिज्म कोर्स का हिस्सा है। चूंकि विकसित देशों में चिकित्सीय सुविधाएं महंगी हैं इसलिए अरब, नाइजीरिया और फ्रांस आदि से पर्यटक बड़ी संख्या में हमारे देश में ईलाज कराने आते हैं। इसके चलते मेडिकल टूरिज्म के क्षेत्र में प्रतियोगिता बढ़ रही है। इस मामले में भारत की प्रतियोगिता सिंगापुर और फिलिपींस से है।
इस क्षेत्र में और अवसर बढ़ें इसके लिए जरूरी है कि यहां मेडिकल टूरिज्म के लिए आने वाले पर्यटकों को वाजिब दामों में बिना किसी हेर-फेर के जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं और साथ ही ईलाज कराने के बाद वे अगर किसी धार्मिक स्थल की यात्रा करना चाहें तो उसके लिए भी उन्हें सही सलाह देने के साथ ही बढ़िया पैकेज दिए जाएं।
वहीं इंस्टिट्यूट ऑफ क्लीनिकल रिसर्च, इंडिया के दिल्ली कैंपस की जोनल मैनजर चारू साहनी का कहना है कि भारत में स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर में अच्छी-खासी प्रगति हो रही है जिसकी वजह से यहां आकर अपना इलाज कराने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी इजाफा हो रहा है और इसकी वजह से मेडिकल टूरिज्म को अब हमारे देश में बहुत बढ़ावा मिल रहा है।
इसके चलते इन दिनों कई निजी इंस्टिट्यूट छात्रों को मेडिकल टूरिज्म में स्पेशल कोर्स करवा रहे हैं। इस पेशे में प्रशिक्षित पेशेवरों की इन दिनों खूब मांग है। हमारे देश में मिडिल ईस्ट देशों से काफी पर्यटक खासतौर से अपना ईलाज कराने आते हैं। ऐसे में उन्हें हर तरह की मेडिकल सुविधाएं, होटल इत्यादि मुहैया करना ही मेडिकल टूरिज्म प्रोफेशनल का काम है।
यहां है पेशेवरों की मांग इन दिनों कई बड़ी ट्रेवल एजेंसियों में मेडिकल टूरिज्म का अलग डिपार्टमेंट होता है। इसके अलावा बड़े अस्पतालों में भी मेडिकल टूरिज्म डेस्क की सुविधा होती है। यह डेस्क उन पर्यटकों की मदद के लिए होता है जो भारत में ईलाज कराने आते हैं। कई प्राइवेट एयरलाइंस में भी मेडिकल टूरिज्म हेल्प डेस्क की सुविधा होती है।
योग्यता मेडिकल टूरिज्म में इन दिनों कई इंस्टिट्यूट कई तरह के डिग्री, सर्टिफिकेट और बैचलर कोर्स कराते हैं। इसके अलावा हेल्थकेयर में एमबीए भी कई इंस्टिट्यूट करवा रहे हैं। जहां तक बात है सर्टिफिकेट कोर्स की तो इसके लिए आपका किसी भी स्ट्रीम से 12वीं पास होना जरूरी है। इसके अलावा एमबीए प्रोग्राम के लिए बैचलर डिग्री की आवश्कता है।
यहां से करें कोर्स : 1. जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय पता - जामिया नगर, नई दिल्ली। फोन - 011-26981717, 26984617
2. इंस्टिट्यूट ऑफ क्लीनिकल रिसर्च पता - ए-201, ओखला इंडस्ट्रीयल एरिया, फेज-1 फोन - 011-40651000
3. इंस्टिट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ एंड हाईजीन पता - आरजेड-ए-44, महिपालपुर एक्सटेंशन, नई दिल्ली। फोन - 011-26781075/76