पिछले दो दशकों से इंवायरमेंट साइंस में काफी ग्रोथ नोट की गई है। शुरुआत में बोरिंग माने जाने वाले इस सब्जेक्ट को स्टूडेंट्स अब तवज्जो देने लगे हैं और इस कोर्स में बढ़ते एडमिशन इसका प्रूफ हैं।
लगातार बढ़ते पोल्यूशन से यंग जनरेशन से सेक्टर में काफी रूचि लेने लगी है। आज डेवेलप्ड कंट्रीस भी पोल्यूशन थ्रैट पर हैं। वाटर कन्टशमिनेशन और एयर पोल्यूशन जैसे प्रॉब्लम्स लगातार बढ़ रहे हैं। इंवायरमेंट साइंस में यूथ का बढ़ता इंट्रेस्ट इसलिए भी है, क्योंकि वे पोल्यूशन के खिलाफ लड़ाई को एक बड़ा चैलेंज मान मान रहे हैं।
इंवायरमेंट साइंस की स्टडी करने के लिए इंवायरमेंट इंजीनियरिंग का खास रोल है। केमिकल, जिओलॉजिकल, पैट्रोलियम, माइनिंग, इंवायरमेंट इंजीनियरिंग से जुड़े हुए क्षेत्र हैं। इंवायरमेंट इंजीनियरिंग के तहत इंवायरमेंट की आइडियल डिजाइनिंग, कंस्ट्रक्टिंग और इंवायरमेंट मैंटनेंस पर काम किया जाता है। देश भर में इंवायरमेंट इंजीनियरिंग के कई इंस्टिट्यूशंस हैं, जो इंवायरमेंट साइंस में डिप्लोमा/डिग्री करवाते हैं।
इंवायरमेंट साइंस के प्रमुख इंस्टिट्यूट :
इंदिरा गाँधी सेंटर ऑफ इंवायरमेंट, ह्यूमन इकोलॉजी एंड पोपूलेशन, यूनीवर्सिटी ऑफ राजस्थान, जयपूर, राजस्थान। डिपार्टमेंट ऑफ इंवायरमेंटल साइंस, विशाखापटनम, आन्ध्रप्रदेश। डिपार्टमेंट ऑफ इंवायरमेंटल साइंस, यूनीवर्सिटी ऑफ कोचिन, केरेल। गरवारे इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, सांताक्रूज, मुंबई। अन्नमलाई यूनीवर्सिटी, अन्नामलई, तमिलनाडु। एक्शन फोर सस्टेनेबल, इफिकोशियस डेवेलपमेंट एंड अवेयरनैस, ऋषिकेश, उत्तराखंड। इंस्टिट्यूट ऑफ इंवायरमेंट मैनेजमेंट एंड प्लान्ट साइंस, विक्रम यूनीवर्सिटी, उज्जैन। स्कूल ऑफ इंवायरमेंटल साइंस, यूनीवर्सिटी ऑफ पुणे, पुणे। डिपार्टमेंट ऑफ इंवायरमेंटल बायोलॉजी, एपीएस यूनीवर्सिटी, रीवा। डिपार्टमेंट ऑफ पोल्यूशन स्टडीज, वायसी कॉलेज ऑफ साइंस कराद, महाराष्ट्र। तमिलनाडु एग्री कल्चर यूनीवर्सिटी, कोयम्बटूर, तमिलनाडु। इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कानपुर, उत्तरप्रदेश। इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, खड़गपुर। डिपार्टमेंट ऑफ इंवारमेंटल बायोलॉजी, दिल्ली यूनीवर्सिटी, नई दिल्ली।