पैसे खर्च करने और पैसे बचाने हैं। काम भी पैसों के बीच ही होना है। हर वर्ग का यहाँ काम होता है। जी हाँ! यह बैंकिंग ही है। किसी भी देश की अर्थव्यवस्था में बैंकों की बड़ी भूमिका होती है। यही वे वित्तीय संस्थान हैं जो पूँजी की जरूरत पूरी करते हैं और बचत के रास्ते खोलते हैं।
आज बैंकिंग सबसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में से एक है। इस क्षेत्र में करियर की भी असीम संभावनाएँ हैं। अर्थशास्त्र या वाणिज्य ही नहीं किसी भी संकाय के अभ्यर्थी काम कर सकते हैं। आज तो निजी और विदेशी बैंक बहुतायत में खुल रहे हैं। जाहिर है रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं।
एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, एचएसबीसी और अन्य तमाम बैंकों ने युवाओं के लिए अवसर तैयार किए हैं। इस क्षेत्र में कुशल प्रोफेशनल्स की माँग बढ़ी है। इसी के मद्देनजर अब सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और पीजी डिप्लोमा जैसे कुछ प्रोफेशनल कोर्स शुरू हुए हैं।
ये कोर्स प्राइवेट बैंकों में करियर की राह आसान तो करते ही हैं सरकारी बैंकों में भी पीओ, क्लर्क, आरबीआई आफिसर्स की तैयारी कर रहे छात्रों को भी बैंकिंग की बारीकियाँ बताते हैं।
बैंक विस्तार को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि 2040 तक भारत विश्व का तीसरा सबसे ब़ड़ा बैंकिंग हब बन जाएगा। सरकारी बैंकों ने 40 हजार नई रिक्तियों की घोषणा की है। अनुमान यह भी है कि अगले साल तक तकरीबन 40 हजार लोग रिटायर भी हो जाएँगे।
अवसर : बैंकिंग में करियर निर्माण के ज्यादा अवसर बन रहे हैं। इसमें नए क्षेत्र हैं सरल क्रेडिट, कॉरपोरेट क्रेडिट, प्रोजेक्ट फाइनेंस और कंज्यूमर क्रेडिट। 30 से अधिक सरकारी और करीब 50 निजी बैंक व वित्तीय संस्थानों में रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं। इनमें अमेरिकन एक्सप्रेस बैंक, मैक्स न्यूयार्क लाइफ, आईएनजी वैश्य, टाटा एआईजी, इंडिया बुल्स, बिरला सन लाइफ आदि आदि में फाइनेंशियल मैनेजर, बैंक टेलर्स, बिल एंड अकाउंट कलेक्टर्स, लोन ऑफिसर्स जैसे जॉब पा सकते हैं।
योग्यता : बैंकिंग एंड फाइनेंस में डिप्लोमा के लिए योग्यता है 12वीं पास। कोर्स 12 माह का है। पीजी डिप्लोमा इन बैंकिंग एंड फाइनेंस में एडमिशन लेने के लिए 50 प्रतिशत अंकों के साथ स्नातक होना जरूरी है। आयु सीमा है 21-27 वर्ष। इन बैंकों में शुरुआती वेतन 10-15 हजार रुपए प्रतिमाह है जो बढ़ती रहती है।
एडमिशन : पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन बैंकिंग एंड फाइनेंस के लिए एप्टीट्यूट टेस्ट और पर्सनल इंटरव्यू के आधार पर होता है। प्रवेश परीक्षा की अवधि 55 मिनट है। परीक्षा में इंग्लिश लैंग्वेज, न्यूमेरिकल एबिलिटी, रीजनिंग और बेसिक चेकिंग आधार पर प्रश्न पूछे जाते हैं। पास होने के बाद इंटरव्यू में इंटर्नशिप, एजुकेशन लोन, रोजगार गारंटी की जानकारी दी जाती है। बैंकिंग के ज्ञान (ड्राफ्ट, अकाउंट, लोन) के अलावा बहुत सारी तकनीकी जानकारी कोर्स में मिलती है।
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कौन-कौन से हैं कोर्स ? स्कूल ऑफ बैंकिंग (टीकेडब्लूएस) के निदेशक अमित गोयल के मुताबिक फिलवक्त दो तरह के कोर्स अहम हैं डिप्लोमा और पीजी डिप्लोमा इन बैंकिंग एंड फाइनेंस। छह महीने का सर्टिफिकेट कोर्स भी कराया जाता है। इस कोर्स का मकसद आधुनिक बैंकिंग, डोमेन टेक्नालॉजी, एप्लीकेशन एंव कस्टमर सर्विस में दक्ष कराया जाता है।
प्लेसमेंट सर्विस यहाँ उम्मीदवारों को इम्पलायमेंट प्लान के तहत प्रवेश दिया जाता है। पार्टनर बैंक द्वारा कोर्स समाप्त होने के बाद इनका ही चयन कर सीधे रोजगार दिया जाता है। निजी बैंकों और फाइनेंशियल कंपनियों में इनकी खूब मांग है।
फीस डिप्लोमा इन बैंकिंग एंड फाइनेंस कोर्स की फीस है 42 हजार रुपए और बैंकिंग ऑपरेशंस में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स की फीस रखी गई है 50 हजार रुपए। दोनों कोर्स के लिए सीमित सीटें हैं। अधिक जानकारी के लिए पदेजपजनजम वि इंदापदहण्वतह को लॉग ऑन कर हासिल की जा सकती है।
प्रमुख इंस्टिट्यूट टीकेडब्लूएस स्कूल ऑफ बैंकिंग एंड फाइनेंस, नई दिल्ली। वेबसाइट http://www.instituteofbanking.org/