कोर्सेस : हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन की बढ़ती डिमांड को देखकर यह कोर्स आजकल डॉक्टर्स बढ़ती संख्या में करते हैं। वे डॉक्टर्स जिन्होंने कोई पोस्ट ग्रेजुएशन नहीं किया, उनके लिए एमबीए इन हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन एक बेहतरीन विकल्प है। यह कोर्स करने की कोई आयु सीमा नहीं होती।
ग्रेजुएशन : पीएमटी (प्री मेडिकल एंट्रेस टेस्ट) के बाद ड्रॉप लेने वाले छात्रों के लिए और सभी बोर्ड की १२वीं बायोलॉजी बैकग्राउंड में पास करने वाले छात्रों के लिए बीबीए इन हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन एक बढ़िया विकल्प है। इस तीन वर्षीय कोर्स में मैनेजमेंट के अलावा मेडिकल के विषय जैसे एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, एपिडिमॉलोजी, बायोकेमेस्ट्री पढ़ाए जाते हैं।
पोस्ट ग्रेजुएशन : किसी भी सब्जेक्ट में ग्रेजुएशन करने के बाद एमबीए इन हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इस 2 वर्षीय कोर्स में मैनेजमेंट के विषय जैसे मैथ्स, अकाउंट्स, मार्केटिंग, फाइनेंस, ह्यूमन रिसोर्से मैनेजमेंट, प्रिंसिपल्स ऑफ मैनेजमेंट, बिजनेस कम्यूनिकेशन इत्यादि के साथ हॉस्पिटल संबंधी विषय जैसे हॉस्पिटल प्लानिंग और डिजाइन, मेडिको-लीगल, ऑपरेशन मैनेजमेंट, हेल्थ स्टेटिस्टिक्स, हेल्थ इकोनॉमिक्स इत्यादि पढ़ाए जाते हैं। यह कोर्स आज बीडीएस, बीएएमएस, बीएचएमएस, एमएससी, माइक्रो बायोलॉजी, बीपीटी, बायोकेमेस्ट्री, बीएससी नर्सिंग, फार्मेसी, बीएससी बायो टेक्नोलॉजी ग्रेजुएट्स के लिए एक शानदार विकल्प है।
भारत में एमबीए इन हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन कराने वाले प्रमुख इंस्टिट्यूट:
1. आईएमएस - देवी अहिल्या विवि, इंदौर
2. अरिहंत कॉलेज - इंदौर
3. आईएचएमआर - जयपुर
4. टीआईएसएस - मुंबई
5. सिम्बायोसिस - पुणे
इस तरह हेल्थ केयर सेक्टर में आप एक सम्माननीय और आकर्षक करियर बनाकर अपना भविष्य सँवार सकते हैं।
पैकेज : योग्यता और अनुभव के आधार पर इस क्षेत्र मे 1.5 लाख से लेकर 8 लाख प्रतिवर्ष तक के पैकेज उपलब्ध हैं।