अंतरिक्ष में दीवाली, आज रात आसमान से बरसेगी आग
, मंगलवार, 20 नवंबर 2012 (12:19 IST)
धरती पर भले ही दीवाली का त्यौहार खत्म हो गया हो, लेकिन आकाश में एक खगोलीय दीवाली होनी अभी बाकी है। मंगलवार रात आकाश में उल्कावृष्टि के रूप में लोग आकाशीय आतिशबाजी का आनंद उठा सकते हैं।अंतरराष्ट्रीय उल्का संगठन (आईएमओ) के अनुसार 20 नवंबर को आकाश में लगभग 10 से 15 उल्काएं देखे जाने की संभावना है। रात दो बज कर तीस मिनट के बाद से लोग पूर्व दिशा में आकाश में तेज प्रकाश वाली चमकीली धारियां देख सकते हैं।प्लैनेटरी सोसाइटी ऑफ इंडिया के महासचिव एन श्री रघुनंदन कुमार ने बताया कि इस उल्का वृष्टि को लियोनिडस नाम दिया गया है, क्योंकि इसमें शामिल उल्काओं के लियो तारामंडल से प्रकाश बिखेरने की उम्मीद हैं। कुमार ने बताया कि इस खगोलीय घटना को देखने के लिए टेलीस्कोप या दूरबीन की जरूरत नहीं है।55
पीटेंपेल टटल धूमकेतु एक आवधिक धूमकेतु है, जिसकी कक्षीय अवधि 33 साल है। यह हमारे सौरमंडल से हर 33 साल में एक बार गुजरता है। 19 दिसंबर, 1865 को अर्न्स्ट टेंपल ने और 6 जनवरी, 1866 को होरैस परनेल टटल ने स्वतंत्र रूप से इसकी खोज की थी। यह उल्काएं आकार में नौ मिलीमीटर और द्रव्यमान में 85 ग्राम की हो सकती हैं। (एजेंसी)