अमेरिकन वैज्ञानिकों द्वारा तुलसी पर शोध
, शनिवार, 18 जनवरी 2014 (15:13 IST)
वॉशिंगटन। अमेरिकी विश्वविद्यालय के भारतीय-अमेरिका के वैज्ञानिकों की एक टीम आनुवांशिक प्रोद्यौगिकी का उपयोग कर तुलसी के औषधीय गुण बढ़ाने की पद्धति पर अनुसंधान कर रही है।विश्वविद्यालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार वेस्टर्न केन्टकी विश्वविद्यालय के ‘प्लांट मोल्युकर बॉयोलॉजी’ के सहायक प्रोफेसर चंद्रकात इमानी और उनके छात्र आनुवांशिक प्रोद्यौगिकी से तुलसी से एक स्तन कैंसर की दवा पर अनुसंधान कर रहे हैं।इमानी ने कहा कि तुलसी के पत्तों को पीसने पर जो मिश्रण तैयार होगा उसे ‘इयूजिनोल’ कहा जाता है। उसे एक प्लेट पर रखी रसोली कोशिकाओं पर लगाने से कोशिकाओं के विकास को रोका जा सकता है। इमानी ने दावा किया कि इससे पहले भी इसकी प्रामाणिकता के कई प्रमाण मिल चुके हैं।उन्होंने कहा कि यह कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों की कारगर दवा साबित हो सकती है। (भाषा)