वैज्ञानिकों ने एक ऐसा जेल तैयार करने का दावा किया है जो साइनस सर्जरी के बाद घावों को भर सकता है और इसके नकारात्मक प्रभाव भी नहीं होंगे।
अमेरिका की मेडिकल प्रौद्योगिकी कंपनी मेडट्रॉनिक ने इस जेल का पेटेंट खरीदा है। यह जेल ओटैगो यूनिवर्सिटी ने एडीलेड यूनिवर्सिटी और न्यूजीलैंड स्थित कंपनी रॉबिन्सन स्क्वाईजैल के सहयोग से तैयार किया है।
इस जेल के निर्माताओं का कहना है कि इसके इस्तेमाल से ऑपरेशन के बाद होने वाली जटिलताएँ कम की जा सकती हैं। ये जटिलताएँ आम तौर पर साइनस सर्जरी के बाद होती हैं।
समुद्री केंकड़े और एक अन्य जलीय प्राणी के शरीर से निकाले गए, कीटोसैन नामक पॉलीमर से विकसित यह जैल पिछले चार वर्ष के दौरान भेड़ों और मानवों पर किए गए परीक्षणों के सफल नतीजे देता रहा है।
अनुसंधान परियोजना का नेतृत्व करने वाले सिमोन रॉबिन्सन ने कहा कि इस जेल के इस्तेमाल से वह साइनस गुहाएँ बंद हो जाती हैं, जिन्हें ठीक करने के लिए अक्सर ऑपरेशन की जरूरत होती है।
नाक के जरिये लगाए जाने वाले इस जेल के कारण घाव के आसपास एक आवरण जैसी रचना बन जाती है जिससे साइनस नहीं बन पाता। साथ ही जेल में रक्त का थक्का बनाने की क्षमता होती है जिसकी वजह से रक्तस्राव भी रूक जाता है। (भाषा)