पैसे से आप सब कुछ खरीद सकते है और शायद खुशी भी लेकिन पैसा आपको तभी खुशी दे सकता है जब आप अपने दोस्तों से ज्यादा कमाई कर रहे हो।
नए शोध में वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि पैसा आपको तभी खुशी दे सकता है जब आप अपने दोस्तों से अधिक गाढ़ी कमाई करते हो।
संतुष्टिपरक जीवन को लेकर दुनिया के दर्जन भर देशों में में किए गए शोधों को लेकर जो जानकारी सामने आई वह चौंकाने वाली थी।
आम धारणा के विपरीत यह पाया गया कि आर्थिक वृद्धि लंबे समय की खुशियों को लाने में मददगार है। जबकि लोग थोड़े समय में मिलने वाली खुशियों में ज्यादा सकारात्मक सोचते है।
डेली मेल में छपी रिपोर्ट के अनुसार दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने पाया कि कुछ खास देशों में धनी लोग गरीबों से ज्यादा खुश थे।
इस शोध के अध्यक्ष रिचार्ड एस्टरलिन ने कहा कि हमनें इसी सूत्र को अपनाया और पाया कि खुश रहने के लिए दूसरों से ज्यादा कमाई करना आवश्यक है। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप वाकई में दूसरों से कितनी ज्यादा रकम कमाते हैं।
प्रों. एस्टरलिन ने 1970 के दौरान एस्टरलिन पैराडाक्स के सिद्धांत को प्रस्तुत किया था। हालाँकि बाद में कई शोधकर्ताओं ने उनके इस तरीके को चुनौती दी। (भाषा)