वैज्ञानिकों ने पहली बार पाया है कि बिग बैंग के बाद से ब्रह्मांड में रहस्यमयी डार्क मैटर में पांच प्रतिशत तक की कमी आ गयी है।
रशियन एकेडमी ऑफ साइंसेज के परमाणु अनुसंधान संस्थान (आईएनआर) के इगोर तकाचेव ने बताया, 'आज के ब्रह्मांड और बिग बैंग के तुरंत बाद के ब्रह्मांड में अंतर को इस बात से समझा जा सकता है कि डार्क मैटर के अनुपात में कमी आई है।'
तकाचेव ने कहा, 'पहली बार अब हम इस बात का आकलन करने में समर्थ हैं कि डार्क मैटर में कितना ह्रास हुआ है और अस्थिर घटक का आकार क्या होगा।'
खगोलविदों ने 1930 के दशक में अनुमान लगाया था कि ब्रह्मांड में छिपे हुए द्रव्यमान का अनुपात बहुत अधिक है। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के प्लैंक अंतरिक्ष दूरदर्शी से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक ब्रह्मांड में डार्क मैटर की मौजूदगी 26.8 प्रतिशत तक है। इसके अलावा 4.9 फीसदी तक सामान्य तत्व है और 68.3 प्रतिशत डार्क एनर्जी है।
डार्क मैटर की प्रकृति से प्लैंक दूरदर्शी द्वारा प्राप्त आंकड़ों के अध्ययन से निकले सवालों को समझने में मदद मिल सकती है। इस अध्ययन का प्रकाशन फिजिकल रिव्यू डी जर्नल में हुआ है। (भाषा)