लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आए लखीमपुर कांड के बाद सड़कों पर उतर कर सरकार के खिलाफ कांग्रेसियों ने मोर्चा खोल रखा था। पीड़ित परिवार से मिलने की मांग कर रहे थे।
प्रियंका ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच लखीमपुर कांड में मारे गए किसानों व पत्रकार के परिजनों से मुलाकात की। इसके बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने हिंसा की चपेट में आए भाजपा कार्यकर्ताओं के परिजनों से भी मिलने की इच्छा जाहिर करते हुए काफिले को आगे बढ़ा दिया था। हालांकि पुलिस विभाग के आईजी ने काफिले को रोकते हुए बताया कि हादसे में मारे गए बीजेपी के कार्यकर्ता के परिजन उनसे नहीं मिलना चाहते हैं।
इसके बाद प्रियंका गांधी का काफिला आगे की ओर चल दिया। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं बीजेपी के जो कार्यकर्ता हादसे का शिकार हुए हैं। उनसे भी मिलना चाहती थी। मैंने आईजी लखनऊ से पूछा भी लेकिन आईजी लखनऊ ने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं के पीड़ित परिवार नही मिलना चाहते लेकिन मैं उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करती हूं।
उन्होंने आगे जांच के सवाल पर बोलते हुए कहा कि मैं जांच पर कोई भी टिप्पणी नहीं करना चाहती हूं क्योंकि जांच अभी शुरू ही नहीं हुई है। लेकिन अगर निष्पक्ष जांच करवानी है तो मंत्री से इस्तीफा ले लेना चाहिए।
प्रियंका ने कहा कि गृह मंत्री के अधीन ही सब कुछ है। ऐसी स्थितियों में उनके रहते हुए निष्पक्ष जांच होना मेरे हिसाब से मुमकिन नहीं है। उन्होंने कहा कि मंत्री को निष्पक्ष जांच के लिए नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।