लाल किताब मानती है कि यदि मकान अच्छी जगह है तो खराब ग्रह भी अच्छे फल देने लगते हैं। अत: यदि आप नया मकान खरीदने या बनाने का सोच रहे हैं तो लाल किताब के वास्तु अनुसार 8 खास नियमों को जरूर समझ लें।
1.दक्षिणमुखी मकान :लाल किताब के अनुसार कभी भी दक्षिणमुखी मकान नहीं लेना चाहिए। ले लिया है तो फिर दक्षिण के द्वार को बदल कर उत्तर या पूर्व में कर देंगे तो तुरंत लाभ मिलेगा।
2.गोमुखी या शेरमुखी मकान : कई लोग यह मानते हैं कि गोमुखी मकान अच्छा होता है और शेरमुखी अशुभ। यह भी कहते हैं कि शेरमुखी दुकान अच्छी होती है परंतु हम यहां कहना चाहेंगे कि यदि गोमुखी मकान ले रहे या बना रहे हैं तो मकान के मालिक अपनी कुंडली की जांच जरूर करा लें क्योंकि हो सकता हो कि आपके लिए गोमुखी मकान अच्छा नहीं हो।
3.मकान में गली या गलियारा : मकान के दाहिने, बाएं या पीछे कोई गली हो, तो उसे बंद नहीं करना चाहिए। वहां खेती या बागबानी भी नहीं करना चाहिए। गली में किसी भी प्रकार का अवरोध डालने से संतान के भविष्य पर बुरा असर पड़ता है। यदि कोई गली किसी कारण बंद करनी ही पड़े, तो प्रति वर्ष 5 किलो साबुत उड़द को जलधारा में बहाना चाहिए।
4. कार्नर या तीन ओर से खुला मकान : लाल किताब अनुसार, नुक्कड़ या तीन तरफ से खुला मकान भी ठीक नहीं होता है। ऐसे मकान में रहने वालों को धनहानी, परिवार में वैमनस्य, क्लेश और बिगड़ैल औलाद के कारण दुखी होना पड़ता है।
5. शौचालय : लाल किताब के अनुसार शौचालय में राहु का वास रहता है अत: इसे वास्तु अनुसार बनाकर साफ सुथरा रखना चाहिए। शौचालय और बाथरूम दोनों एकसाथ नहीं होना चाहिए।
6. सीढ़ियां : सीढ़ियों पर भी राहु का वास होता है। सीढ़ियां अगर सही दिशा में बनी हों, तो इस पर चढ़ने उतरने वाले दिन-रात प्रगति करते हैं। सीढ़ियों का प्रत्येक पायदान बराबर होना चाहिए और सीढ़ियां हमेशा विषम संख्या में हों।
7. तीन तरह के मकान : तीन तरह के मकान अच्छे नहीं होते शनि, राहु और केतु वाले मकान नहीं लेना चाहिए। अर्थात जिस मकान के आसपास कीकर, आम और खजूर के वृक्ष हो, मकान के भीतर तलघर हो, पीछे की दीवार कच्ची हो तो यह मकान खराब शनि का माना जाएगा। दूसरा कोई मकान सुनसान इलाके में हो, भीतर से डरावना लगता हो या घर के आसपास मांस या शराब की दुकान हो और जिसके आसपास बबूल और कैक्टस जैसे झाड़ या पौधे लगे हो वह खराब राहु का मकान होता है।
8. कोने का मकान : इसी तरह कोने के मकान केतु का होता है। यह अच्छा भी हो सकता है और खराब भी। यदि तीन तरफ मकान एक तरफ खुला या तीन तरफ खुला हुआ और एक तरफ कोई साथी मकान या खुद उस मकान में तीन तरफ खुला होगा तो यह केतु का मकान होगा। केतु के मकान में नर संतानें लड़के चाहे पोते हों लेकिन कुल तीन ही होंगे। इस मकान में बच्चों से संबंधित, खिड़कियां, दरवाजे, बुरी हवा, अचानक धोखा होने का खतरा रहता है। हो सकता है कि मकान के आसपास इमली का वृक्ष, तिल के पौधे या केले का वृक्ष हो।