नूपुर दीक्षित
भाषा संप्रेषण का माध्यम है लेकिन यदि भाषा पर अधिकार हो तो करिअर बनाने की डगर बहुत आसान हो जाती है। वैसे तो आप किसी भी क्षेत्र में अपना करिअर बनाएँ, दो या दो से अधिक भाषाओं पर अच्छी पकड़ आपको हर क्षेत्र में खास तवज्जो दिलाएगी। दो भाषाओं पर अच्छा अधिकार अपने आप में एक विशेषता है...
जिन लोगों को दो या तीन भाषाओं की अच्छी जानकारी होती है, वे अनुवादक के रूप में अच्छा करिअर बना सकते हैं। अनुवाद का मानव सभ्यता और संस्कृति के विकास में बहुत बड़ा योगदान है। अनुवाद दरअसल एक सेतु है, जो दो भाषाओं, दो संस्कृतियों और दो सभ्यताओं को आपस में जोड़ता है। भूमंडलीकरण के इस दौर में अनुवादकों की माँग बहुत ज्यादा बढ़ रही है।
अनुवाद करने वालों के लिए प्रकाशन गृह में हमेशा स्थान होता है। इसके अलावा फिल्मी दुनिया में भी विदेशी फिल्मों के ‘सबटाइटल’ बनाने और किसी अन्य भाषा में फिल्म की डबिंग करने के लिए अनुवादकों की आवश्यकता होती है। अखबार और पत्रिकाओं में भी अनुवाद का बहुत काम होता है, इसलिए प्रिंट मीडिया में भी अनुवादकों के लिए अवसर मौजूद होते हैं।
निजी क्षेत्र के अलावा शासकीय क्षेत्र में भी अनुवादकों के लिए रोजगार के कई अवसर उपलब्ध होते हैं। शासकीय दूतावासों में अनुवादक की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है। दूतावास में काम करने वाले अनुवादकों को विदेश जाने के अवसर एवं प्रतिष्ठापूर्ण ओहदा मिलता है।
कई लोग अनुवाद को केवल हिंदी और अंग्रेजी के साथ जोड़कर ही देखते हैं। जबकि ऐसा नहीं है, अनुवाद के संदर्भ में हिंदी और अंग्रेजी का क्षेत्र बहुत विस्तृत है, लेकिन अन्य भाषाओं में भी अनुवाद के अनेक अवसर उपलब्ध हैं। यदि हम अपने देश के बारे में बात करें तो हिंदी के अलावा गुजराती, मराठी, कन्नड, तमिल जैसी भाषाओं में भी अनुवादकों के लिए बहुत से अवसर उपलब्ध हैं।
यदि अनुवादक के रूप में नौकरी न करना चाहें तो फ्रीलांस अनुवादक
के रूप में काम किया जा सकता है। फ्रीलांस अनुवादकों के लिए भी अवसरों की कमी नहीं है। फ्रीलांस अनुवादकों के लिए इंटरनेट बहुत बड़ा अवसरदाता है। कई वेबसाइट अनुवादकों को अवसर मुहैया करवा रही है। इन साइटों पर अनुवादक अपना पंजीयन करवाते हैं।
जब भी किसी व्यक्ति को अनुवादक की आवश्यकता होती है, वह इन साइट्स से संपर्क करता है। जिस व्यक्ति को अनुवादक की आवश्यकता है, वह अनुवादक की प्रोफाइल देखकर उससे ऑनलाइन संपर्क करता है और उनके बीच काम से संबंधित बातें तय हो जाती हैं। इस व्यवस्था की वजह से अच्छा काम करने वाले फ्रीलांस अनुवादक भी डॉलर्स में कमाई कर रहे हैं।
अनुवादक के रूप में काम करने के लिए पहली शर्त यही होती है कि जिन दो भाषाओं के अनुवाद का काम आप करना चाहते हैं, उन दोनों पर आपका पूरा अधिकार हो, उन दोनों भाषाओं का व्याकरण, शब्द-विन्यास, वाक्य विन्यास के साथ दोनों भाषाओं के सौंदर्यबोध की समझ होना भी बहुत जरूरी है।
अनुवादक के पास यदि साहित्य में स्नातकोत्तर की डिग्री हो तो एक अनुवादक के रूप में उसकी योग्यता में वृद्धि होती है और उपरोक्त विशेषताओं को अपनाना उसके लिए आसान हो जाता है। अनुवाद के क्षेत्र में बढ़ते अवसरों को देखते हुए कुछ विश्वविद्यालयों में अनुवाद में एक वर्ष का डिप्लोमा और डिग्री कोर्स भी प्रारंभ किया है। इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेकर भी अनुवाद में महारत हासिल की जा सकती है।