एक रुपए में गुजरात आ गई नैनो-मोदी
साणंद , गुरुवार, 3 जून 2010 (08:16 IST)
गुजरात के मुख्यमंत्री ने नरेंद्र मोदी ने राज्य में 2,000 करोड़ रुपए का निवेश लाने के लिए मात्र एक रुपया खर्च किया है।टाटा मोटर्स की नैनो की पश्चिम बंगाल से पश्चिमी तट पर पूर्वी गुजरात तक की यात्रा की कहानी बताते हुए मोदी ने कहा जब रतन टाटा ने कोलकाता में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वे पश्चिम बंगाल छोड़ रहे हैं, मैंने उन्हें सिर्फ एक छोटा सा एसएमएस भेजा कि आपका गुजरात में स्वागत है और आप देख रहे हैं कि एक रुपए का एसएमएस क्या कर सकता है।इसी तरह की भावनाओं का इजहार करते हुए साणंद में नैनो के संयंत्र के उद्घाटन के मौके पर टाटा समूह के चेयरमैन रतन टाटा ने कहा हम गुजरात के हैं। हम यहाँ से चले गए थे और अब वापस आ गए हैं।मुख्यमंत्री ने हालाँकि इस मौके पर यह नहीं बताया कि नैनो को गुजरात में लाने के लिए क्या रियायतें दी गई थीं। इन रियायतों में वित्तीय प्रोत्साहन सहित जमीन का विशाल टुकड़ा और सबसे अधिक राजनीतिक विरोध के खिलाफ बीमा शामिल है। यही वजह है कि साणंद में नैनो का अत्याधुनिक कारखाना दो साल से भी कम समय में बनकर तैयार हो गया।तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी की अगुआई में स्थानीय लोगों द्वारा भूमि अधिग्रहण का विरोध किए जाने की वजह से टाटा मोटर्स को सिंगुर में संयंत्र लगाने की अपनी योजना छोड़ना पड़ी थी। टाटा ने कहा कि उनके पूर्वज ईरान से आए थे और उन्होंने आधुनिक गुजरात को अपना घर बनाया था। नए संयंत्र का उद्घाटन मोदी और टाटा ने किया। हालाँकि तूफान की वजह से उद्घाटन समारोह बीच में खत्म करना पड़ा। टाटा ने कहा हमें नैनो के लिए एक नए घर की तलाश थी। हम यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि हमें शांति मिले और हम नैनो के लिए नया घर बना सकें। मोदी ने इस मामले में पहल की और हमें हमारी जरूरत को पूरा करने की गारंटी दी। यह सिर्फ हमारी परियोजना नहीं थी। यह गुजरात सरकार और टाटा की परियोजना थी। हम आपके ऋणी हैं।साणंद संयंत्र पर 2,000 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है। इस संयंत्र की उत्पादन क्षमता 2.5 लाख इकाई सालाना की है। इसे बढ़ाकर पाँच लाख इकाई तक किया जा सकता है। (भाषा)