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प्रत्यक्ष कर वसूली अप्रत्यक्ष कर से अधिक

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नई दिल्ली (एजेंसियाँ) , बुधवार, 2 जनवरी 2008 (10:54 IST)
देश में पहली बार प्रत्यक्ष कर वसूली ने अप्रत्यक्ष कर वसूली को पीछे छोड़ दिया है। इस साल अप्रैल से दिसंबर तक प्रत्यक्ष कर वसूली पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 42.36 प्रश बढ़कर 2 लाख करोड़ रुपए को पार कर गई है। अप्रैल से दिसंबर तक की प्रत्यक्ष कर वसूली में कंपनी कर की वसूली 40 प्रश और व्यक्तिगत आयकर वसूली में 50 प्रश की बढ़त दर्ज की।

वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में इसके तीन लाख करोड़ रुपए को पार कर जाने की उम्मीद है। उन्होंने आने वाले दिनों में प्रत्यक्ष कर को ही राजस्व वसूली का मुख्य स्रोत बताते हुए कहा कि सरकार इसके मद्देनजर केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड को आधुनिक साजो-सामान से लैस करने जा रही है।

चिदंबरम ने बताया कि अप्रैल से दिसंबर तक की प्रत्यक्ष कर वसूली में कंपनी कर की वसूली 40 प्रश और व्यक्तिगत आयकर वसूली में 50 प्रश की जोरदार बढ़त दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि वसूली के ये आँकड़े फौरी तौर पर जुटाए गए हैं। अंतिम आँकड़े और बेहतर हो सकते हैं।

प्रत्यक्ष कर का सर्वाधिक योगदान : इस साल के बजट में कुल प्रत्यक्ष कर वसूली 267175 करोड़ रुपए और अप्रत्यक्ष कर वसूली 279190 करोड़ रुपए होने का अनुमान लगाया गया था। वित्त मंत्री ने बताया कि इस साल की समाप्ति तक अकेले प्रत्यक्ष कर वसूली ही 300000 करोड़ 30 खरब रुपए से अधिक होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि अब सरकार के राजकोष में प्रत्यक्ष कर का सर्वाधिक योगदान हो गया है।

अप्रत्यक्ष करों की कम वसूली : चिदंबरम ने कहा कि सीमा शुल्क और सेवा कर की वसूली तय लक्ष्य के अनुरूप ठीक रही है, जबकि उत्पाद शुल्क वसूली भी धीमी गति से लक्ष्य की तरफ बढ़ रही है। पिछले साल के संशोधित अनुमानों की तुलना में उत्पाद शुल्क वसूली 2007-08 में 11 प्रश बढ़ने का अनुमान लगाया गया है, जबकि नवंबर तक के वसूली आँकड़ों में इसमें वृद्धि की गति काफी कम रही है।

सरल मसौदा तैयार : वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि आयकर कानून के कायदे-कानूनों को सरल रूप में बनाने की तैयारी पूरी हो चुकी है। संबद्ध पक्षों की राय जानने के लिए जल्द ही इसे परिचर्चा पत्र के साथ जारी किया जाएगा।

चिदंबरम ने बताया कि आयकर कानून को सरल बनाने संबंधी 'आईटी कोड' तैयार हो चुका है, लेकिन वह इसे परिचर्चा पत्र के साथ ही जारी करेंगे। उन्होंने कहा कि परिचर्चा पत्र व्यापक रूप में है, इसे संक्षिप्त रूप दिया जा रहा है। जैसे ही यह तैयार होगा, कोड जारी कर दिया जाएगा।

नया महानिदेशालय : केंद्र सरकार के राजकोष में आयकर और कंपनी कर का योगदान लगातार बढ़ते जाने के बाद सरकार ने विभाग में कुशल अधिकारियों को लाने की पूरी प्रक्रिया तैयार करने और उस पर अमल के लिए एक नया आयकर महानिदेशालय बनाने की पहल की है।

वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने मंगलवार को इसकी घोषणा की। उन्होंने बताया कि केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड में बनाया गया यह महानिदेशालय नई दिल्ली में स्थित होगा और मुख्य आयकर आयुक्त स्तर का अधिकारी इसका महानिदेशक होगा। महानिदेशालय में कैडर प्रबंधन, कार्यप्रदर्शन प्रबंधन तथा प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण, तीन प्रमुख विभाग होंगे।

नया महानिदेशालय आयकर विभाग में काम की जरूरत, उसका स्वरूप, उसके लिए जरूरी कुशलता का आकलन करेगा और जरूरी रोजगार के अवसरों का अनुमान भी व्यक्त करेगा।

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