ब्रिक्स बैंक बन सकता है भविष्य का विश्व बैंक
बीजिंग , गुरुवार, 28 मार्च 2013 (15:02 IST)
बीजिंग। गोल्डमैन साक्स असेट मैनेजमेंट के चेयरमैन जिम ओ नील ने बुधवार को कहा कि ब्रिक्स विकास बैंक उभरते देशों के बढ़ते प्रभाव के चलते भविष्य में विश्व बैंक बन सकता है।उन्होंने बताया कि वास्तव में अगर ब्रिक्स बैंक की घोषणा होती है तो यह एक ऐसे संस्थान की शुरुआत होगी, जो अपने जबर्दस्त प्रभाव के चलते एक विश्व बैंक बन सकता है।उन्होंने कहा कि यह बैंक ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) देशों के व्यापार को प्रोत्साहन देने में मददगार होगा। नए समूह की आर्थिक उपलब्धियां राजनीतिक उपलब्धियों से काफी बड़ी हैं।उन्होंने कहा कि ब्रिक्स देशों की उपलब्धियां उल्लेखनीय रही हैं। वर्ष 2011 में इनके कुल सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 2,300 अरब डॉलर की वृद्धि रही है, जो कि इटली के जीडीपी के बराबर है।ओ नील ने कहा कि पहले नहीं तो वर्ष 2015 तक ब्रिक्स देशों की अर्थव्यवस्थाओं का विस्तार अमेरिका के बराबर हो जाएगा और वर्ष 2027 तक ये अर्थव्यवस्थाएं समूह-7 के देशों के बराबर हो जाएंगी।उन्होंने कहा कि यह दुनिया सब कुछ में बदलाव लाने की दिशा में आगे बढ़ रही है, यहां तक कि विश्व व्यापार का तरीका और वित्त सभी कुछ बदल रहा है। (भाषा)