मोबाइल वैस बाजार पहुंचेगा 9.5 अरब डॉलर पर
बेंगलुरु , सोमवार, 25 मार्च 2013 (19:27 IST)
बेंगलुरु। हैंडसेटों की पहुंच बढ़ने के साथ देश का मोबाइल मूल्यवर्धित सेवाओं (एमवैस) का बाजार भी तेजी से बढ़ रहा है। आईटी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी विप्रो की एक रिपोर्ट के अनुसार 2015 तक मोबाइल वैस का बाजार पिछले साल की तुलना में लगभग दोगुना होकर 9.5 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा।विप्रो लि. की वैश्विक आईटी सलाहकार एवं आउटसोर्सिंग इकाई विप्रो टेक्नोलॉजीज तथा इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) की संयुक्त रिपोर्ट के अनुसार 2012 में देश का मोबाइल वैस बाजार 4.9 अरब डॉलर का था।‘फ्यूचर थाट ऑफ बिजनेस : एमवैस’ शीर्षक की रिपोर्ट में कहा गया है कि मोबाइल वैस बाजार सालाना 25 फीसदी की दर से बढ़ते हुए 2015 तक 9.5 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा। विप्रो टेक्नोलॉजीज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं वैश्विक प्रमुख (मीडिया एवं दूरसंचार) अयान मुखर्जी ने कहा, भारत में मोबाइल वैस क्रांति की संभावना मोबाइल उपकरणों की पहुंच बढ़ने तथा मोबाइल नेटवर्क की क्षमता बढ़ने की वजह से बनी है। उन्होंने कहा कि इससे सामान्य सूचना वाली मोबाइल सेवाओं में गिरावट आएगी। रिपोर्ट का निष्कर्ष भारत में 450 उपभोक्ताओं तथा मोबाइल वैस प्रदाताओं के आकलन पर निकाला गया है। इसके तहत भारतीय एमवैस बाजार को आगे बढ़ाने वाले कारकों तथा बाधाओं की पहचान की गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि घरेलू मोबाइल ऑपरेटर बेहतर नेटवर्क और कनेक्टिविटी पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। वहीं वैश्विक ऑपरेटर भारतीय बाजार में नई वैस पेशकशों का परीक्षण कर अपना आधार बढ़ा सकते हैं। (भाषा)