नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शुक्रवार को बगदाद हवाईअड्डे पर एक रॉकेट हमले में ईरान की विशेष कुद्स सेना के प्रमुख जनरल कासिम सुलेमानी और ईरान समर्थित मिलिशिया पॉपुलर मॉबेलाइजेशन फोर्स के कमांडर अबू महदी अल-मुंहदिस भी मारे गए।
अमेरिकी सेना की इस कार्रवाई के बाद दुनियाभर में क्रूड की कीमतों में बड़ा उछाल देखा गया। हमले के बाद, ब्रेंट कच्चा तेल 4.4 प्रतिशत बढ़कर 69.16 डॉलर प्रति बैरल और वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट कच्चा तेल 4.3 प्रतिशत उछलकर 63.84 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। जानिए पर क्या होगा भारत पर असर...
बढ़ेंगे पेट्रोल-डीजल के दाम : भारत पश्चिम एशिया से बड़ी मात्रा में क्रूड ऑइल खरीदता है। ऐसे में यहां पेट्रोल, डीजल, एलपीजी आदि के दाम तेजी से बढ़ेंगे। हमारे देश में पेट्रोल डीजल के दाम रोज बदलते हैं इस वजह से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
बढ़ेगी महंगाई : पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से ट्रांसपोर्टेशन भी महंगा हो जाएगा। इससे सभी वस्तुओं के दाम बढ़ेंगे। प्याज और टमाटर जैसी वस्तुओं के दाम बढ़ने से परेशान लोगों का बजट इससे बुरी तरह प्रभावित होगा। अगर दाम ज्यादा बढ़ते हैं तो ट्रेन, बस और प्लेन का किराया बढ़ जाएगा। एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना महंगा पड़ सकता है।
डॉलर के मुकाबले रुपया गिरा : हमले के बाद कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से रुपया शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले 24 पैसे गिरकर 71.62 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया।
अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर : अगर क्रूड के दाम 10 डॉलर प्रति बैरल तक बढ़ते हैं तो एक ओर महंगाई तेजी से बढ़ेगी और दूसरी ओर GDP पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।