नई दिल्ली। नोटबंदी के कारण नवंबर में घरेलू बाजार में यात्री, वाणिज्यिक, दुपहिया तथा तिपहिया वाहनों की बिक्री बुरी तरह प्रभावित हुई तथा वाहनों की कुल बिक्री 5.48 प्रतिशत घटकर 16 लाख 54 हजार 407 इकाई रह गई। यह मार्च 2013 के बाद सबसे बड़ी गिरावट है।
वाहन निर्माता कंपनियों के संगठन सियाम के महानिदेशक विष्णु माथुर ने गुरुवार को बिक्री के मासिक आंकड़े जारी करते हुए स्वीकार किया कि एक हजार रुपए तथा पांच सौ रुपए के पुराने नोटों को प्रतिबंधित करने के बाद देश में उत्पन्न नकदी की समस्या के कारण ग्राहकों की धारणा कमजोर हुई है, जिससे बिक्री घटी है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी की घोषणा के बाद पहले सप्ताह में शोरूमों में आने वाले ग्राहकों का औसत बेहद कम हो गया। अब भी यह नोटबंदी के पहले की तुलना में 85 प्रतिशत तक ही पहुंच सका है।
आंकड़ों के अनुसार, सिर्फ यात्री वाहनों की बिक्री में मामूली तेजी देखी गयी। यह अक्टूबर के 4.48 प्रतिशत से घटकर नवंबर में 1.82 प्रतिशत रह गई। पिछले साल नवंबर में देश में कुल 2 लाख 36 हजार 664 यात्री वाहन बिके थे, जबकि इस साल नवंबर में यह संख्या 2 लाख 40 हजार 979 इकाई रही। इससे पहले सितंबर में इसमें 19.92 प्रतिशत, अगस्त में 16.68 प्रतिशत, जुलाई में 16.78 प्रतिशत तथा जून में 2.68 प्रतिशत दर्ज की गई थी।
यात्री वाहनों में यात्री कारों की बिक्री 0.29 प्रतिशत बढ़कर 1 लाख 73 हजार 606 इकाई, उपयोगी वाहनों की 10.07 प्रतिशत बढ़कर 53 हजार 800 इकाई तथा वैनों की 7.50 प्रतिशत घटकर 13 हजार 573 इकाई रह गई। (वार्ता)