मुंबई। सन फॉर्मा के मालिक दिलीप सांघवी और उनके रिश्तेदार सुधीर वालिया पर धर्मेश दोशी के साथ वित्तीय अनियमितता में लिप्त होने का आरोप लगने से हड़कंप मच गया। देखते ही देखते कंपनी के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली और कंपनी को मात्र 15 मिनट में दस हजार करोड़ का नुकसान हो गया।
दरअसल एक व्हिसलब्लोअर ने सेबी को भेजे ईमेल के माध्यम से सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज के फाउंडर-मैनेजिंग डायरेक्टर दिलीप सांघवी और उनके ब्रदर-इन-लॉ सुधीर वालिया पर धर्मेश दोशी के साथ वित्तीय अनियमितता में लिप्त होने का आरोप लगाया। इस खबर से सोमवार को सन फार्मा को शेयर लगभग 10 फीसदी तक टूट गया और उसकी मार्केट वैल्यू लगभग 10 हजार करोड़ रुपए घट गई।
सेबी ने 2001 में शेयर बाजार में हुए बड़े घोटाले के बाद धर्मेंद्र दोशी और केतन पारेख को बाजार से प्रतिबंधित कर दिया था। दोशी, पारेख के पुराने सहयोगी हैं। हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स में व्हिसलब्लोअर की सत्यता की पुष्टि नहीं की गई है।
इस मामले पर सन फार्मा के मालिक दिलीप सांघवी ने कहा कि हम विश्वसनीयता और कॉरपोरेट गवर्नेंस को फिर से स्थापित करने के लिए काम करेंगे। इसके लिए पहले के कुछ फैसलों की समीक्षा की जाएगी और उन्हें वापस भी लिया जा सकता है।