मुंबई। घरेलू शेयर बाजारों में लगातार 2 सप्ताह की तेजी के बाद आने वाले सप्ताह में निवेशकों का रुख गुजरात तथा हिमाचल प्रदेश विधानसभा के चुनाव नतीजों से तय होगा।
गत सप्ताह बीएसई का सेंसेक्स 0.64 प्रतिशत यानी 212.67 अंक की मजबूती के साथ सप्ताहांत पर 33462.97 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 0.66 प्रतिशत यानी 67.60 अंक की बढ़त में 10,333.25 अंक पर रहा। मजबूत निवेश धारणा के बीच बीएसई में मझौली कंपनियों का सूचकांक मिडकैप 0.41 प्रतिशत और स्मॉलकैप 0.23 प्रतिशत की साप्ताहिक तेजी में रहा।
सोमवार को गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के नतीजे आने हैं। एग्जिट पोल में दोनों राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनती दिख रही है। गत सप्ताह बाजार की तेजी में यह भी एक महत्वपूर्ण कारक रहा। यदि एग्जिट पोल के नतीजे चुनाव परिणाम में तब्दील होते हैं तो निवेश धारणा मजबूत होने की उम्मीद है। केंद्र में भी भाजपा सरकार होने के कारण निवेशकों में यह विश्वास बढ़ेगा कि इन राज्यों की परियोजनाओं का क्रियान्वयन आसान और कम समयसाध्य होगा।
बीते सप्ताह 5 में से 3 कारोबारी दिवस बाजार में तेजी रही जबकि मंगलवार और बुधवार को यह गिरावट में रहा। वैश्विक स्तर से मिले सकारात्मक संकेतों से सोमवार को बाजार में चौतरफा लिवाली रही। सेंसेक्स 205.49 अंक चढ़कर 33,455.79 अंक पर और निफ्टी 56.60 अंक की बढ़त में 10,322.25 अंक पर रहा।
मंगलवार को विदेशी बाजारों में गिरावट रहने और घरेलू स्तर पर खुदरा महंगाई बढ़ने की आशंका में सेंसेक्स 227.80 अंक फिसल गया। मंगलवार शाम जारी आंकड़ों में खुदरा महंगाई बढ़कर 15 महीने के उच्चतम स्तर 4.88 प्रतिशत पर पहुंच गई। इससे बुधवार को सेंसेक्स 174.95 अंक फिसल गया।
एग्जिट पोलों ने बाजार को बल दिया गुरुवार को सेंसेक्स में 193.66 अंक की तेजी रही। शुक्रवार को भी लिवाली जारी रही। सेंसेक्स 216.27 अंक चढ़कर 33,462.97 अंक पर और निफ्टी 81.15 अंक की बढ़त में 10,333.25 अंक पर पहुंच गया। यह दोनों प्रमुख सूचकांकों का 29 नवंबर के बाद का उच्चतम स्तर है। (वार्ता)