पणजी। दुनिया की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी रोसनेफ्ट ऑइल कंपनी के नेतृत्व में रूसी कंपनियों का कंसोर्टियम निजी क्षेत्र की दूसरी बड़ी भारतीय तेल कंपनी एस्सार ऑइल के 98 फीसदी शेयर को 10.9 अरब डॉलर अर्थात 72,800 करोड़ रुपए में खरीदने पर सहमत हो गया है जो अब तक देश का सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश है।
यहां चल रहे ब्रिक्स सम्मेलन के इतर भारत-रूस शिखर बैठक के बाद दोनों देशों की कंपनियों के बीच हुए करार के दौरान एस्सार ऑइल और रूसी कंपनियों ने इस संबंध में सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए।
इसके साथ ही कंसोर्टियम वाडिनार स्थित एस्सार के बंदरगाह को 13,200 करोड़ रुपए अर्थात 2 अरब डॉलर में खरीदने पर भी सहमत हुआ है। रूसी कंपनियों के कंसोर्टियम में रोसनेफ्ट के साथ ही कमोडिटी क्षेत्र की कंपनी ट्राफिगुरा और निजी निवेश कंपनी यूनाइटेड कैपिटल पार्टनर्स शामिल है।
इस करार के अनुसार इस वर्ष के अंत तक सौदे को पूरा किया जाएगा, जो विभिन्न नियामकों की मंजूरी पर निर्भर करेगा। एस्सार ऑइल की वाडिनार स्थित रिफाइनरी देश में रिफानइरी उत्पादन में 9 फीसदी हिस्सेदारी रखती है और पूरे देश में कंपनी के 2,700 रिटेल आउटलेट भी हैं। (वार्ता)