कोलकाता। चाय उत्पादन करने के मामले में भारत का नाम दुनिया में प्रसिद्ध है। भारत में कई किस्मों की चाय पैदा की जाती है। ज्यादातर चाय का उत्पादन भारत के पूर्वोत्तर राज्य और पश्चिम बंगाल में किया जाता है। लेकिन अब बांग्लादेशी घुसपैठियों और उग्रवादियों के कारण उत्पादन पर असर पड़ा है।
ताजा खबर अनुसार दाजीर्लिंग की मकईबारी चाय, 1,850 डॉलर (करीब 1.12 लाख रुपए) किलो के भाव पर बिकने के बाद यह भारत में सबसे महंगी चाय बन गई है।
चाय बोर्ड के चेयरमैन सिद्धार्थ ने कहा, ‘यह हमारे लिए बेहद खुशी की बात है कि भारतीय चाय मकईबारी की बुकिंग 1,850 डॉलर प्रति किलो की रिकॉर्ड कीमत पर की गई है। ये आर्डर जापान, ब्रिटेन और अमेरिका के धनी लोगों द्वारा किए गए हैं।’ उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब चाय बोर्ड और चाय उद्योग मूल्यवर्धन और ब्रांड निर्माण के मुद्दे से जूझ रहे हैं, यह समाचार उत्साह का जबरदस्त संचार करने वाला है।
सिद्धार्थ ने कहा, ‘मकईबारी एक अलग किस्म का चाय बागान है और हमें यह जानकर बेहद खुशी है कि भले ही हाल ही में इसका स्वामित्व दूसरे हाथों में चला गया है, इसकी गुणवत्ता के उच्च मानक बरकरार हैं और इसकी प्रसिद्धि और बढ़ी है।’ दाजीर्लिंग चाय संघ के सचिव कौशिक बसु ने कहा कि उन्होंने आज तक भारतीय चाय के लिए इससे उंची कीमत नहीं सुनी।
कुरस्योंग में स्थित मकईबारी राजा बनर्जी की पैतृक संपत्ति है जिन्होंने हाल ही में इसमें अपनी 90 प्रतिशत हिस्सेदारी लक्ष्मी ग्रुप को बेच दी। (भाषा)
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