बड़वानी (मध्यप्रदेश)। कृषि नवाचार स्टार्टअप फार्मकार्ट ने मध्य भारत में किसानों के लिए किराए पर कृषि उपकरणों की सुलभ व्यवस्था के लिए रेंट4फार्म प्लेटफॉर्म की शुरुआत की है।
रेंट4फार्म साझा अर्थव्यवस्था पर आधारित एक बाजार व्यवस्था है, जहां से किसान उपकरण मालिकों से उपकरण किराए पर ले सकते हैं। उपकरण मालिकों को पार्टनर कहा गया है क्योंकि वह फार्मकार्ट के प्लेटफॉर्म से जुड़कर उपभोक्ताओं या किसानों को प्राथमिक दरों और विशिष्ठ तौर पर उपकरण किराए पर देंगे।
फार्मकार्ट के संस्थापक और सीईओ अतुल पाटीदार के अनुसार, रेंट4फार्म फार्मकार्ट एकोसिस्टम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, यह हमारे ई-कॉमर्स, लास्ट-माइल डिलीवरी, एग्रोनोमी और भुगतान व्यवस्था को और बेहतर रूप प्रदान करता है। यह किसानों की जीवन मूल्यों में सुधार लाएगा और सीरीज ए की तरफ बढ़ रही हमारी कंपनी को अधिक उपभोक्ताओं तक पहुंचने में भी मदद करेगा।
ज्यादातर किसान बड़े कृषि उपकरण नहीं खरीद पाते हैं, वे इन्हें अपने गांव में मौजूद उपकरण धारकों से किराए पर लेते हैं। इसके पहले किसान एक दायरे में ही इन उपकरणों को खोज पाते थे, जो अक्सर उनके गांव तक ही सीमित होता था। इसके कारण दूसरे स्थानों में मौजूद उच्च गुणवत्ता वाले उपकरण उनकी पहुंच से बाहर होते थे।
साथ ही इन कृषि उपकरणों के मालिक भी इनका भरपूर उपयोग नहीं कर पाते थे, क्योंकि उनके लिए भी उपभोक्ताओं तक पहुंच पाना आसान नहीं था। वह किराए पर देने की प्रक्रिया से उत्पन्न झंझटों से भी दूर रहना चाहते थे, जिसमें समय पर भुगतान न होना शामिल था।
अतुल पाटीदार के अनुसार, रेंट4फार्म इस अव्यवस्थित बाज़ार को एक व्यवस्थित रूप प्रदान करने के साथ-साथ पार्टनर्स में लघु उद्यमिता को भी बढ़ावा देगा। उच्च गुणवत्ता वाले उपकरणों को किराए पर प्राप्त करने के लिए रेंट4फार्म किसानों के लिए एक वन-स्टॉप प्लेटफॉर्म की तरह काम करेगा।
इसकी मदद से किसान अपनी मांग के अनुसार तुरंत उपकरण प्राप्त कर सकेंगे और बेहतरीन विकल्पों जैसे उचित दर, चुनाव और समय की स्वतंत्रता आदि का लाभ भी प्राप्त कर पाएंगे। साथ ही, यह पार्टनर्स को भी ज़्यादा उपभोक्ता, समय पर भुगतान जैसे लाभ प्रदान करेगा। उपभोक्ताओं से संवाद और इस पूरी प्रक्रिया का प्रबंधन उनके लिए रेंट4फार्म प्लेटफॉर्म की मदद से ही होगा।
किसानों और पार्टनर्स के बीच होने वाला पूरा वित्तीय लेनदेन UIC के जरिए होगा। UIC फार्मकार्ट की आर्टफिशल इंटेलीजेंस पर आधारित डिजिटल पहचान व्यवस्था है, जो सुरक्षित ऑनलाइन भुगतान में भी सहायक है। प्रथम चरण में रेंट4फार्म सेवा का लाभ मध्यप्रदेश में करीब 1000 किसान और 100 पार्टनर्स ले पाएंगे।
2021 के अंत तक फार्मकार्ट इस सेवा को एक मोबाइल ऐप की मदद से करीब 1000 स्थानों में 10000 किसानों तक पहुंचने की योजना बना रही है। साथ ही फार्मकार्ट की योजना में एक ऐसे एकोसिस्टम का सृजन भी शामिल है जो किसानों के बीच लघु उद्यमिता को भी बढ़ावा दे सके। इसके क्रियान्वयन के लिए कंपनी किसानों को लोन दिलवाकर कृषि उपकरण खरीदने में मदद करेगी, जिससे यह किसान रेंट4फार्म के साथ पार्टनर की तरह जुड़ सकें।
फार्मकार्ट के अनुसार, रेंट4फार्म की मदद से उपकरण मालिकों की आय में अच्छी वृद्धि होगी और किसानों को आधुनिक और उच्च गुणवत्ता वाली मशीनें और उपकरण आसानी से प्राप्त हो सकेंगे।