नई दिल्ली। सरकार द्वारा और अधिक विदेशी निवेश आकर्षित करने तथा व्यापार सुगमता बढ़ाने के प्रयासों के बीच सेवा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) 2016-17 में लगभग 26 प्रतिशत बढ़कर 8.68 अरब डॉलर हो गया।
औद्योगिक नीति व संवर्धन विभाग (डीआईपीपी) के आंकड़ों के अनुसार सेवा क्षेत्र में एफडीआई 2015-16 में 6.89 अरब डालर मूल्य का रहा था। सेवा क्षेत्र में बैंकिंग, बीमा, आउटसोर्सिंग, आरएंडडी व कूरियर शामिल है।
सरकार ने देश में व्यापार सुगमता बढाने तथा अधिक विदेशी निवेश आकषिर्त करने के लिए अनेक कदम उठाए हैं जिनमें समयबद्ध मंजूरी तथा प्रक्रिया को चुस्त दुरूस्त बनाना शामिल है। सेवा व दूरसंचार जैसे मुख्य क्षेत्रों में एफडीआई में वृद्धि से देश में कुल विदेशी निवेश प्रवाह भी बीते वित्त वर्ष में नौ प्रतिशत बढ़कर 43.5 अरब डॉलर हो गया।
उल्लेखनीय है कि देश की जीडीपी में सेवा क्षेत्र का योगदान 60 प्रतिशत से अधिक है जिसको देखते हुए सेवा क्षेत्र में विदेशी निवेश बढ़ना बहुत महत्वपूर्ण है।
अप्रैल 2000 से इस साल मार्च तक देश में आए कुल एफडीआई में इस क्षेत्र का हिस्सा लगभग 18 प्रतिशत है। इसके बाद कंप्यूटर साफ्टवेयर व हार्डवेयर, निर्माण विकास तथा दूरसंचार जैसे क्षेत्र का नंबर है। (भाषा)