नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नवंबर 2016 में की गई नोटबंदी को सही ठहराने वाले उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत किया है। सीतारमण ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अपने कई ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट के नोटबंदी पर आए फैसले का स्वागत है।
संविधान पीठ ने मामले पर सावधानीपूर्वक गौर करने के बाद 4:1 के बहुमत से दिए अपने फैसले में नोटबंदी को सही ठहराया है। इसके साथ ही इससे जुड़ी कई याचिकाओं को निरस्त कर दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर 2016 को 500 और 1,000 रुपए के नोटों को चलन से बाहर करने की अचानक घोषणा कर दी थी। सरकार ने काले धन पर लगाम लगाने और डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने को इस अप्रत्याशित निर्णय का उद्देश्य बताया था।
वित्त मंत्री ने अपने ट्वीट में न्यायालय के फैसले का उल्लेख करते हुए कहा कि इस बारे में सरकार और रिजर्व बैंक के बीच छह महीने तक परामर्श चला था। इस तरह का कदम उठाने का वाजिब कारण है और यह आनुपातिक परीक्षण पर खरा उतरता है। केंद्र का प्रस्ताव होने भर से निर्णय-निर्माण प्रक्रिया दोषपूर्ण नहीं हो सकती है।
उन्होंने कहा कि बहुमत के निर्णय से असहमति जताने वाले न्यायाधीश ने भी नोटबंदी के कदम को एक अच्छी नीयत से उठाया गया एक सुविचारित कदम माना है। भाषा