नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमती धातुओं में सप्ताहांत पर आई तेज गिरावट और दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर में आई तेज तेजी से बीते सप्ताह दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 230 रुपए की साप्ताहिक गिरावट के साथ 29,420 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गया। वैश्विक दबाव में चांदी भी अपनी चमक खोती हुई 1,075 रुपए लुढ़ककर 38,325 रुपए प्रति किलोग्राम बोली गई।
समीक्षाधीन अवधि में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोना हाजिर करीब 11 डॉलर फिसलकर शुक्रवार को 1,258.85 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। दिसंबर का अमेरिकी सोना वायदा भी 11 डॉलर प्रति औंस की गिरावट में 1,264.3 डॉलर प्रति औंस बोला गया। चांदी भी लगातार 3 सप्ताह की तेजी को खोती हुई 0.46 सेंट कमजोर पड़कर सप्ताहांत पर 16.24 डॉलर प्रति औंस पर रही।
विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिका के मजबूत रोजगार आंकड़ों से निवेशकों की धारणा अर्थव्यवस्था के प्रति मजबूत हुई जिससे दुनिया की प्रमुख मुद्राओं की तुलना में पिछले कई दिन से गिरावट में रहने वाले डॉलर में स्थिरता आई है। डॉलर के मजबूत होने से निवेशकों का रुझान सुरक्षित निवेश में कम हो गया है।
विश्लेषकों के मुताबिक सोने चांदी की कीमतों पर फिलहाल स्थानीय मांग के बजाय वैश्विक उतार-चढ़ाव का ही अधिक असर दिख रहा है। खुदरा जेवराती मांग कम होने के कारण सर्राफ काराबोरी भी खरीद में कोताही बरत रहे हैं, क्योंकि उनके पास अगले कुछ सप्ताह के लिए पर्याप्त भंडार है।
हाल में जारी विश्व स्वर्ण परिषद के रिपोर्ट के अनुसार वस्तु एवं सेवा कर लागू होने के मद्देनजर आयातकों तक सर्राफा कारोबारियों ने अपने पास सोने का पर्याप्त भंडारण कर लिया है जिससे नजदीकी भविष्य में इसकी मांग में अधिक उतार-चढ़ाव आने की संभावनाएं काफी कम हैं। (वार्ता)