नई दिल्ली। वैश्विक बाजार में दोनों कीमती धातुओं में रही जबरदस्त तेजी के बीच ठीक ठाक जेवराती मांग रहने से दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना गुरुवार को 125 रुपए की तेजी के साथ 32,125 रुपए प्रति दस ग्राम बोला गया। इस दौरान सिक्का निर्माताओं का उठाव घटने और औद्योगिक ग्राहकी सुस्त पड़ने से चांदी 100 रुपए लुढ़ककर 41,300 रुपए प्रति किलोग्राम बोली गई।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में लंदन का सोना हाजिर 4.03 डॉलर चमककर 1,297.65 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। अमेरिका का जून सोना वायदा भी 6.6 डॉलर की तेजी के साथ 1,296.20 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। चांदी भी 0.10 डॉलर की बढ़त के साथ 16.52 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई।
विश्लेषकों के मुताबिक, दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में डॉलर के कमजोर पड़ने से पीली धातु की मांग बढ़ी है। इसके अलावा अमेरिकी फेडरल रिजर्व के कल जारी मिनट्स में जल्द ही ब्याज दर बढ़ाए जाने की ओर इशारा किया है, लेकिन साथ ही इससे यह भी संकेत मिला है कि वह महंगाई दर के अधिक होने पर उसकी कुछ समय तक अनदेखी करने को भी तैयार है।
अमेरिकी ब्याज दर में बढ़ोतरी से डॉलर को मजबूती मिलती है जिससे पीली धातु के भाव कमजोर पड़ जाते हैं, लेकिन महंगाई दर बढ़ने की स्थिति में निवेशक सोने को हेज फंड के रूप में इस्तेमाल करते हैं, जिससे फिलहाल इसकी मांग तेज हो गई है।
सोने को राजनीतिक और आर्थिक रुप से अनिश्चित माहौल में सुरक्षित निवेश के रूप में माना जाता है और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया तथा चीन के साथ जारी बातचीत के पटरी से उतरने के संकेत दे दिए हैं, जिससे निवेशकों में खलबली मच गई है और वे जोखिमभरे निवेश से कोताही बरतने लगे हैं। (वार्ता)