अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रही गिरावट के बीच सुस्त जेवराती मांग से बुधवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना मंगलवार की भारी बढ़त खोता हुआ 30 हजार 100 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गया। वहीं, औद्योगिक मांग के कमजोर पड़ने से चांदी भी 500 रुपए फिसलकर 40 हजार 600 रुपए प्रति किलोग्राम बोली गई।
उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच जारी तनाव के कम होने की संभावना से दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के मजबूत होने से भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतों पर दबाव पड़ा है। हालांकि वैश्विक मंच पर उथल-पुथल के माहौल से पीली धातु की चमक उतनी फीकी नहीं हो पाई है।
लंदन और न्यूयॉर्क से मिली जानकारी के अनुसार, सोना हाजिर 1.50 डॉलर लुढ़ककर 1,309.80 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। दिसंबर का अमेरिकी सोया वायदा भी 4.6 डॉलर फिसलकर 1,314.30 डॉलर प्रति औंस बोला गया। चांदी हाजिर हालांकि 0.03 डॉलर की बढ़त के साथ 17.42 डॉलर प्रति औंस पर रही।
विश्लेषकों का कहना है कि उत्तर कोरिया द्वारा जापान के ऊपर से मिसाइल दागे जाने की घटना से वैश्विक स्तर पर निवेशक पीली धातु पर टूट पड़े थे, जिससे घरेलू बाजार में इसके भाव नौ माह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए थे। उनके अनुसार सोने की कीमतों में आज आई गिरावट डॉलर की मजबूती और मुनाफा वसूली के कारण है। इस पर घरेलू मांग का उतना प्रभाव नहीं है। (वार्ता)