गूगल ने अपने डूडल से 8 नवंबर 1920 को जन्मे कथक सितारा देवी को सम्मानित किया। सितारा देवी ने 10 साल की उम्र में एकल प्रदर्शन देने शुरू कर दिए थे। बॉम्बे में उनके एक प्रदर्शन के दौरान रवीन्द्रनाथ टैगोर ने उन्हें नृत्य साम्राज्ञी का खिताब दिया था, जिसका अर्थ है कि महारानी का नृत्य।
कथक रानी को 1969 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, 1973 में पद्मश्री, 1995 में कालिदास सम्मान और छ: दशकों के लिए शास्त्रीय नृत्य में उनके योगदान के लिए 2011 में भारत लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
2002 में इस लैजेंड ने पद्मभूषण को इंकार करते हुए कहा कि मैं भारत रत्न से कम किसी भी पुरस्कार को स्वीकार नहीं करूंगी। सितारा देवी ने मदर इंडिया (1957) जैसी बॉलीवुड फिल्मों में अभिनय किया था और उनकी शुरुआत उषा हारान (1940) में हुई थी।
साठ दशक तक पहुंचने पर इन्होनें फिल्मों में अभिनय करना बंद कर दिया क्योंकि उन्हें डर था कि इसका असर उनके नृत्य पर पड़ेगा। 94 साल की उम्र में एम्प्रेस ऑफ डांस ने ऑर्गन फेलियर के कारण मुंबई में 2014 में जसलोक अस्पताल में आखिरी सांस ली।